भारत की दूसरी अयोध्या, राजा राम करते हैं शासन, पुलिसकर्मी ठोकते हैं सलामी, देखें वीडियो
पूरा देश इस समय भगवान राम के रंग में रंगा हुआ है. और हो भी क्यों न, वजह ही इतनी खास है. सालों के इंतजार के बाद रामलला अब मंदिर में स्थापित होंगें. ये शुभ कार्य आज होगा. भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर सिर्फ अयोध्या ही नहीं बल्कि पूरा देश दीयों से जगमगाएगा. सभी लोग अयोध्या में रामलला के दर्शनों के लिए बेताब हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में एक ऐसी जगह भी है, जिसे दूसरी अयोध्या के नाम से जाना जाता है.
जी हां, ये दूसरी अयोध्या, मध्य प्रदेश के ओरछा में है. बता दें कि मध्य प्रदेश के ओरछा में एक भव्य महल है, जहां श्री राम का बरसों का रिश्ता है. यहां भगवान राम की मंदिर में नहीं बल्कि महल में पूजा की जाती है. इससे भी दिलचस्प बात ये है कि यहां श्री राम को राजा के रूप में पूजा जाता है और हर दिन उन्हें पुलिसकर्मी उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देते हैं.
क्या है इतिहास
कहा जाता है कि 1631 में ओरछा स्टेट के शासक मधुकर शाह कृष्ण भक्त और उनकी रानी कुंवरि गणेश राम भक्त थीं. राजा मधुकर शाह ने रानी को वृंदावन चलने के लिए कहा लेकिन वह अयोध्या जाने की जिद करने लगीं. इसके बाद राजा ने कहा था कि राम सच में हैं तो ओरछा लाकर दिखाओ. इसके बाद महारानी अयोध्या गईं और प्रभु राम को पाने के लिए तप शुरू कर दिया. जब 21 दिन बाद भी कोई परिणाम नहीं निकला तो रानी सरयू नदी में कूद गईं. इसी दौरानश्री राम बाल स्वरूप में उनकी गोद में बैठ गए.
राजा राम ने रखीं शर्तें
भगवान राम ने ओरछा चलने के लिए तीन शर्तें रखीं. पहली शर्त थी कि ओरछा में जहां बैठ जाऊंगा, वहां से उठूंगा नहीं. दूसरी यह है कि राजा के रूप में विराजमान होने के बाद वहां पर किसी ओर की सत्ता नहीं चलेगी. तीसरी शर्त यह थी कि खुद बाल रूप में पैदलसाधु-संतों के साथ चलेंगे.
गार्ड ऑफ ऑनर
आपको बता दें कि यहां राजा राम का ही शासन चलता है. राज्य सरकार द्वारा यहां पर 1 से 4 की सशस्त्र गार्ड तैनात की गई है, जो राजा राम को सलामी यानी गार्ड ऑफ ऑनर देते हैं. ओरछा की चार दीवारी में कोई भी वीवीआइपी हो या प्रधानमंत्री, उन्हें सलामी नहीं दी जाती.