IPL के दो साथी फाइनल में टकराए, खूब लगे छक्के-चौके, शतक लगाकर इस स्टार ने टीम को बनाया चैंपियन
आईपीएल और वर्ल्ड कप के बाद एक और टी20 टूर्नामेंट का धमाकेदार अंत हुआ है. श्रीलंका में खेली जा रही लंका प्रीमियर लीग में जाफना किंग्स ने एक बार फिर खिताब जीत लिया. कोलंबो में खेले गए फाइनल में जाफना किंग्स ने एकतरफा अंदाज में गॉल मार्वल्स को 9 विकेट से हराकर चौथी बार खिताब अपने नाम कर लिया. टूर्नामेंट का ये पांचवां ही सीजन था और इसमें से चौथी बार जाफना ने चैंपियनशिप पर कब्जा किया. जाफना की इस जीत के स्टार रहे बाएं हाथ के विस्फोटक बल्लेबाज राइली रूसो, जिन्होंने चौके-छक्कों की बारिश करते हुए जबरदस्त शतक जमाया और टीम को 23 गेंद पहले ही 185 रन के लक्ष्य तक पहुंचा दिया. रूसो का इस सीजन में ये दूसरा शतक था और एक एलपीएल सीजन में 2 शतक जमाने वाले वो पहले बल्लेबाज बन गए.
भानुका का हमलावर अंदाज
रविवार 21 जुलाई को हुए इस फाइनल में गॉल ने पहले बैटिंग की और 184 रनों का दमदार स्कोर खड़ा किया. उसके लिए भानुका राजपक्षा ने हैरतअंगेज पारी खेली. बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने सिर्फ 34 गेंदों में 82 रनों की विस्फोटक पारी खेली. आईपीएल में पंजाब किंग्स का हिस्सा भानुका ने अपनी पारी के दौरान 8 चौके और 6 जबरदस्त छक्के भी उड़ाए. उनके अलावा टिम साइफर्ट ने भी 47 रनों की पारी खेली. जाफना के लिए असिता फर्नांडो ने 3 विकेट हासिल किए, जबकि जेसन बेहरनडॉर्फ ने भी 2 विकेट झटके. भानुका के बाद बारी थी पंजाब किंग्स के उनके साथी राइली रूसो की. हालांकि, उससे पहले थोड़ा ड्रामा भी हुआ.
पहली बॉल पर गिरा विकेट
गॉल मार्वल्स इस फाइनल में पहुंचकर अपने पहले खिताब की उम्मीद कर रही थी और बल्लेबाजों ने उसके लिए ऐसा प्लेटफॉर्म भी तैयार किया था. इसके बाद बारी गेंदबाजों की थी और पहली ही बॉल पर उसका सपना सच होता भी दिख रहा था. पेसर ड्वेन प्रिटोरियस ने पारी की पहली ही गेंद पर शानदार फॉर्म में चल रहे पथुम निसांका को पवेलियन लौटाकर तहलका मचा दिया. ऐसे में जाफना को कुछ कमाल करने की जरूरत थी, जबकि गॉल के पास अच्छा मौका था.
फिर बरसे राइली रूसो
आखिरकार लगातार 3 बार खिताब जीतने वाली जाफना ने फाइनल में सफलता के अपने अनुभव का इस्तेमाल किया और हर ओवर के साथ गॉल के अरमानों पर पानी फेर दिया. इसमें अहम भूमिका निभाई साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज रूसो ने, जो भानुका की ही तरह आईपीएल में पंजाब किंग्स का हिस्सा थे. उन्होंने भी अपना जलवा दिखाया और गॉल के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दी. रूसो ने सिर्फ 50 गेंदों में विस्फोटक शतक जमाकर इतिहास रच दिया. वो एक सीजन में दो शतक जमाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए. उन्होंने कुसल मेंडिस के साथ मिलकर 185 रनों की नाबाद साझेदारी टीम को चौथी बार खिताब तक पहुंचाया. रूसो ने 53 गेंदों में 106 रन (9 चौके, 7 छक्के) और मेंडिस ने 40 गेंदों में 70 रन (8 चौके, 2 छक्के) बनाए.