इन 5 तरीकों से ईरान पर हमला बोल सकता है इजरायल, तैयारी देख मुस्लिम देशों के उड़े होश
Iran-Israel Conflict and War: इजराइल ने ईरान के अभूतपूर्व हमले का जवाब देने का संकल्प ले लिया है लेकिन इस बारे में अभ तक कुछ नहीं कहा है कि कार्रवाई कब और कैसे की जाएगी। गाजा में जारी युद्ध के चलते महीनों की अशांति के बाद नए घटनाक्रम से क्षेत्र में और अधिक अशांति की आशंका उत्पन्न हो गई है।
हालांकि, ईरान के हमले को नाकाम करने में मदद करने वाले इजराइल के सबसे करीबी सहयोगी अमेरिका और ब्रिटेन हालात और खराब न होने देने की कोशिश कर रहे हैं।
ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड कैमरन ने बुधवार को कहा कि सप्ताहांत में ईरान द्वारा किए गए मिसाइल और ड्रोन हमले के जवाब में इजराइल कार्रवाई करने का निर्णय ले रहा है। ब्रिटिश विदेश मंत्री कैमरन और जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक दोनों ने बुधवार को इजरायल के शीर्ष अधिकारियों से बातचीत की। इजरायल हमला करने से पहले मित्र देशों के विदेश मंत्रियों से बातचीत कर अपना पक्ष रख रहा है। माना जा रहा है कि बातचीत के बाद कभी भी इजरायल ईरान पर धावा बोल सकता है।
इस बीच, ईरान ने चेतावनी दी कि उसके क्षेत्र में किसी छोटे से हमले का भी कठोर से कठोर जवाब दिया जाएगा। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने वार्षिक सैन्य परेड को संबोधित करते हुए इजराइल के किसी भी जवाबी कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब देने की चेतावनी दी है। संभवत: इजराइल की जवाबी कार्रवाई के डर से इस सैन्य परेड का टेलीविजन पर प्रसारण नहीं किया गया।
अगर इजरायल ने ईरान पर हमला बोला तो ईरान भी उसका मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। ईरान ने पहले ही कहा है कि वह दोगुनी ताकत से पलटवार करेगा। ईरान ने 400 हाइपरसोनिक, बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों को पहले ही तैनात कर रखा है। दूसरी तरफ इजरायल ने भी मंगलवार को युद्धाभ्यास किया ताकि ईरान को उसके हमले को सख्त जवाब दिया जा सके।
इन पांच तरीकों से हमला
जानकार बता रहे हैं कि इजरायल पांच तरीकों से ईरान पर हमला बोल सकता है। पहला इजरायल ईरान पर एयरस्ट्राइक कर सकता है। दूसरा ईरान के सैन्य अड्डे पर इजरायल हवाई हमले कर तबाही मचा सकता है। इजरायल के पास 618 एयरक्राफ्ट, 41 फाइटर जेट, 230 मल्टीरोल एयरक्राफ्ट, 128 हेलीकॉप्टर हैं। इसके अलावा इजरायल पनडुब्बियों से ईरान पर मिसाइल अटैक कर सकता है। इजरायल के पास 6 पनडुब्बी हैं। चौथे इजरायल ईरान पर ड्रोन के जरिए अटैक कर सकता है। ड्रोन से इजरायल ईरान के सहयोगी लेबनान के हिज्बुल्लाह, यमन के हूती और गाजा के हमास आतंकियों पर भी कहर बरपा सकता है।
इतना ही नहीं इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ईरानी सेना के ठिकानों पर खुफिया हमले भी करवा सकती है। इसके अलावा उसके कम्प्यूटर एक्सपर्ट ईरान पर साइबर हमला कर सकते हैं। यानी इजरायल ईरान के सरकारी और सेना के कम्प्यूटरों में वायरस डालकर उस पर हमला कर सकता है। और जब ये हमले होंगे तो इसकी चपेट में आस पड़ोस के कई मुस्लिम देश भी आ सकते हैं। इजरायल की इन तैयारियों और हमले की रणनीति को देखकर उनके होश उड़े हुए हैं।