नोएडा से IGI-रेलवे स्टेशन पहुंचना होगा आसान, बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो की DPR मंजूर; लाखों लोगों को फायदा
नोएडा सेक्टर-142 से सेक्टर-38ए बॉटेनिकल गार्डन तक बनने वाली मेट्रो लाइन की डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) को मंजूरी मिल गई। बुधवार को नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) की बोर्ड बैठक में इसे मंजूरी दी गई। इस लाइन पर आठ एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन बनेंगे। अब इस डीपीआर को मंजूरी के लिए नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में रखा जाएगा। इसके बाद मंजूरी के लिए शासन को भेजा जाएगा।
सेक्टर-29 गंगा शॉपिंग कॉम्पलेक्स स्थित दफ्तर में बुधवार को एनएमआरसी की 38वीं बोर्ड बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता श्री जयदीप (कार्यवाहक महानिदेशक, आईयूटी और ओएसडी (यूटी) और पदेन संयुक्त सचिव, आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय, भारत सरकार) ने की। एनएमआरसी के अधिकारियों ने बताया कि इस रूट की लंबाई 11.56 किलोमीटर है। इस लाइन पर मेट्रो चलाने में 2254 करोड़ 35 लाख रुपए लागत आने का अनुमान है। इस पर आने वाली कुल लागत में से 20 प्रतिशत राशि केंद्र व बाकी 80 प्रतिशत यूपी सरकार वहन करेगी। यूपी सरकार की एवज में पूरा खर्चा नोएडा प्राधिकरण उठाएगा। एक स्टेशन को बनाने में करीब 20 करोड़ रुपये का खर्चा आएगा।
अधिकारियों ने बताया कि यह परियोजना नोएडा-ग्रेटर नोएडा से दिल्ली की तरफ आने-जाने वाले सभी सवारियों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। यह मेट्रो लाइन बेहतरीन मल्टीमॉडल एकीकरण प्रदान करेगी। एनएमआरसी के अधिकारियों ने बताया कि अभी एनएमआरसी की बोर्ड बैठक में इस लाइन की डीपीआर को मंजूरी दी गई है। आने वाले दिनों में इस डीपीआर को नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में मंजूरी के लिए रखा जाएगा। इसके बाद शासन को भेजा जाएगा। अगले चरण में डीपीआर को मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के पास भेजा जाएगा। अधिकारियों ने उम्मीद जताई कि अगले आठ-दस महीने में यह प्रक्रिया पूरी करने का प्रयास किया जाएगा। इसके बाद वर्ष 2025 में इस रूट पर काम शुरू होने की उम्मीद है।
योजना के मुताबिक बॉटनिकल गार्डन और सेक्टर-44 के मेट्रो स्टेशन को छोड़ दें तो बाकी सभी छह स्टेशन एक्सप्रेसवे के पास सेक्टर रोड पर बनाए जाएंगे। एक्सप्रेसवे और सर्विस रोड को जोड़ते हुए एक्सप्रेसवे के दूसरी हिस्से को जोड़ने के लिए फुट ओवर ब्रिज भी बनाए जाएंगे। एक्सप्रेसवे की सर्विस रोड के पास जो छह स्टेशन बनाए जाएंगे उनके सामने या आसपास अंडरपास हैं। ताकि एक्सप्रेसवे के दूसरे हिस्से में रहने वाले लोग भी आसानी से वाहनों के माध्यम से आसानी से स्टेशन तक आ सकें। एनएमआरसी के प्रबंध निदेशक डॉ लोकेश एम ने कहा कि सेक्टर-142 से बॉटेनिकल गार्डन तक मेट्रो लाइन की डीपीआर को बोर्ड ने मंजूरी दे दी है। अब आगे की प्रक्रियाओं को पूरा कराया जाएगा।
नोएडा के चारों ओर मेट्रो का जाल बिछ जाएगा
1. मजेंटा लाइन से आईजीआई एयरपोर्ट
नोएडा सेक्टर-38ए बॉटेनिकल गार्डन में पहले से बने मेट्रो स्टेशन से नोएडा-दिल्ली के बीच मजेंटा लाइन चल रही है। यह नई लाइन बॉटेनिकल गार्डन स्टेशन से जुड़ेगी। इसके लिए बॉटेनिकल गार्डन पर दूसरा मेट्रो स्टेशन बनेगा। इस नई लाइन के जरिए मजेंटा लाइन के माध्यम से इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (टर्मिनल-1) तक पहुंच सकेंगे।
2. ब्लू लाइन के जरिए रेलवे स्टेशनों तक पहुंचेंगे
नोएडा सेक्टर-38ए में बने मेट्रो स्टेशन से होकर नोएडा-दिल्ली के बीच ब्लू लाइन भी चल रही है। अब यह नई मेट्रो लाइन भी जुड़ जाएगी। ब्लू लाइन के जरिए लोग दिल्ली-एनसीआर के अलग-अलग हिस्सों के अलावा रेलवे स्टेशनों तक भी आसानी से आ-जा सकेंगे। नई दिल्ली, आनंद विहार स्टेशन तक ब्लू लाइन के जरिए आसानी से पहुंच सकेंगे।
3. बॉटेनिकल गार्डन बस स्टैंड से दूर स्थानों तक जा सकेंगे
बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन के पास ही बस स्टैंड है। यहां से नोएडा-ग्रेनो के बीच चलने वाली बसों के अलावा मथुरा, आगरा, लखनऊ समेत अन्य स्थानों के लिए जाने वाली बसें मिलती हैं। ऐसे में बनने वाली नई मेट्रो लाइन से बॉटनकिल गार्डन स्टेशन पर उतरकर बस के जरिए भी गंतव्य तक जा सकते हैं।
पहले चरण में 80 हजार लोगों को फायदा होने की उम्मीद
डीपीआर के तहत इस रूट पर मेट्रो चलने के पहले चरण में करीब 80 हजार राइडरशिप रहने की उम्मीद है। मेट्रो चलने से सेक्टर-44, 45, 97, 99, 100, 104, 105, 108 और 93 में रहने वाले लोगों को सबसे ज्यादा फायदा होगा।