जापान-जर्मनी के बाद अब चीन में आर्थिक भगदड़, भाग रही हैं कंपनियां… भारत के पास लपकने का मौका!
चीन के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश यानी एफडीआई (China FDI) में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. बीते साल 2023 में देश में जितना एफडीआई आया है, वो आंकड़ा साल 1993 के बाद सबसे कम है. दूसरी ओर जापान ने हाल ही में तीसरी बड़ी इकोनॉमी का तमगा खोया है.
ग्लोबल इकोनॉमी पर एक बार फिर मंदी (Global Recession) का साया मंडरा रहा है. जापान-जर्मनी और ब्रिटेन के बाद अब इसका खतरा दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी पर बढ़ता हुआ नजर आ रहा है. ये हम नहीं कह रहे, बल्कि China Economy की बिगड़ी सूरत की तस्वीर आर्थिक आंकड़ों से साफ हो रही है, जो हैरान करने वाली है. चीन में आने वाले प्रत्यक्ष विदेशी निवेश यानी China FDI में बड़ी गिरावट आई है, जो करीब 3 दशक में सबसे खराब है. आइए समझते हैं क्या संकेत दे रहे हैं चीनी आंकड़े और कैसे भारत को एक बड़ा मौका हाथ लग सकता है?
एक बार फिर मंदी ने बढ़ाई दुनिया की टेंशन
बीते साल 2023 में मंदी की चर्चाएं सुर्खियों में थीं और इसका संकेत कई तरीके से मिल रहा था, जिसमें तमाम बड़ी कंपनियों में बड़ी छंटनी का सिलसिला भी शामिल था. अब एक बार फिर साल 2024 में भी ऐसे ही संकेत मिल रहे हैं और आर्थिक मंदी के खतरे ने दुनिया की टेंशन बढ़ाने का काम किया है. एक के बाद एक बड़ी अर्थव्यवस्थाएं ध्वस्त होती जा रही हैं. इसका ताजा उदाहरण जापान है. Japan ने मंदी की मार के चलते दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था का तमगा हाल ही में खोया है और इस पायदान पर काबिज होने वाले जर्मनी (Germany) का हाल भी कुछ ठीक नहीं है. वहीं ब्रिटेन (Britain) की जीडीपी भी लगातार सिकुड़ती हुई दिख रही है.