जसप्रीत बुमराह टेस्ट में विराट कोहली के साथ खेलने के लिए बेकरार थे” – तेज गेंदबाज के दक्षिण अफ्रीका में डेब्यू को लेकर दिग्गज का बड़ा खुलासा
जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) ने जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था, तो उन्हें सीमित ओवरों का ही गेंदबाज माना जा रहा था लेकिन 2018 में टेस्ट डेब्यू के बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और इस फॉर्मेट में भी अपने आप को साबित किया। बुमराह ने अपना टेस्ट डेब्यू पूर्व भारतीय हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) के कार्यकाल में किया था, जिन्होंने अब एक दिलचस्प खुलासा किया है। शास्त्री ने टेस्ट क्रिकेट खेलने और ‘वाइट-बॉल स्पेशलिस्ट’ के रूप में अपनी छाप छोड़ने के बाद इस फॉर्मेट में खेलने के लिए जसप्रीत बुमराह की बेताबी के बारे में बात की।30 वर्षीय बुमराह अपने अलग एक्शन और सटीक यॉर्कर डालने की काबिलियत की वजह से सीमित ओवरों की क्रिकेट में सफल हासिल करने के आदर्श दावेदार थे।
2016 में भारत के लिए डेब्यू करने के बाद, बुमराह को शुरुआत में सिर्फ टी20 और वनडे मुकाबले ही खिलाये गए थे। वहीं, आईपीएल में वह मुंबई इंडियंस के लिए खेल रहे थे। हालाँकि, 2018 में बुमराह को टेस्ट डेब्यू का मौका मिला और मौजूदा समय में वह आईसीसी रैंकिंग में नंबर 1 गेंदबाज हैं।
शास्त्री ने द टाइम्स के लिए इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल एथर्टन के साथ एक इंटरव्यू में कहा,
मुझे याद है कि मैंने उन्हें पहली बार कोलकाता में फोन किया था। मैंने उनसे पूछा कि क्या वह टेस्ट क्रिकेट में रुचि रखते हैं। उन्होंने कहा कि यह उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा दिन होगा। उन्हें बिना पूछे सफेद गेंद के क्रिकेटर के रूप में लेबल किया गया था। लेकिन मुझे पता था। मैं देखना चाहता था कि वह कितने भूखे थे। मैंने उनसे कहा कि तैयार हो जाओ और मैं तुम्हारा दक्षिण अफ्रीका में डेब्यू कराने जा रहा हूँ। वह विराट कोहली के साथ टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए बेताब थे। वे जानते हैं, दिन के अंत में, कोई भी सफेद गेंद के औसत को याद नहीं करता है। टेस्ट क्रिकेट में आपके आंकड़े हमेशा चर्चा में रहेंगे।
जसप्रीत बुमराह ने अपने टेस्ट करियर में अभी तक 34 मुकाबले खेले हैं और उन्होंने 20.19 की औसत से 155 विकेट चटकाए हैं। इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले में वह भारत के लिए सबसे कम मैचों में 150 विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज बने थे।