झारखंड में कैबिनेट विस्तार के बाद अब विभागों का हुआ बंटवारा, हेमंत सोरेन के भाई को मिला यह बड़ा विभाग
झारखंड में चंपई सोरेन सरकार का कैबिनेट विस्तार के बाद विभागों का बंटवारा भी हो गया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा प्रमुख शिबू सोरेन के सबसे छोटे बेटे बसंत सोरेन ने शुक्रवार को सात अन्य विधायकों के साथ मंत्री पद की शपथ ली. बसंत सोरेन पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के छोटे भाई हैं. बसंत सोरेन को पथ निर्माण विभाग, भवन निर्माण विभाग और जल संसाधन विभाग मिला है.
पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत कथित जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. मंत्रिमंडल में जिन नए चेहरे को शामिल किया गया है उनमें झामुमो के चाईबासा से विधायक दीपक बिरुआ और दुमका से बसंत सोरेन शामिल हैं. बसंत सोरेन नवंबर 2020 में हुए उपचुनाव में दुमका सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लुइस मरांडी को 6,842 मतों से हराकर विधायक निर्वाचित हुए थे.
किस मंत्री को कौन का विभाग मिला? जानें
1- चंपई सोरेन- मुख्यमंत्री कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग गृह (कारा सहित) विभाग
2- आलमगीर आलम– ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज विभाग
3-सत्यानंद भोक्ता– श्रम नियोजन प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग, उद्योग विभाग
4- डॉ रामेश्वर उरांव– वित्त विभाग, योजना एवं विकास विभाग, वाणिज्य कर विभाग, खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग
5- बेबी देवी– महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग
6- हफीजुल हसन– अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, निबंधन विभाग, पर्यटन, कला-संस्कृति, खेल-कूद एवं युवा कार्य विभाग
7- बसंत सोरेन– पथ निर्माण विभाग, भवन निर्माण विभाग, जल संसाधन विभाग
8- मिथिलेश ठाकुर– पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग
9- बादल पत्रलेख-कृषि पशुपालन एवं सहकारिता
10- बन्ना गुप्ता– स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग
11-दीपक बिरुआ– अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग (अल्पसंख्यक कल्याण को छोड़कर ), परिवहन विभाग
वर्तमान में बसंत सोरेन दुमका विधानसभा सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक हैं और चंपई सोरेन की कैबिनेट में आज उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली है. बसंत सोरेन ने वर्ष 2016 में राज्यसभा का चुनाव भी लड़ा था हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था , लगभग 41 वर्षीय बसंत सोरेन पहली बार विधायक चुनकर झारखंड विधानसभा में पहुंचे हैं.
बसंत ने बीजेपी उम्मीदवार को दी थी मात
बता दें कि वर्ष 2020 में, पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा दुमका विधानसभा सीट से त्यागपत्र देने के बाद हुए उप चुनाव में बसंत सोरेन ने प्रचंड जीत हासिल करते हुए अपनी निकटतम प्रत्याशी भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार पूर्व मंत्री लुईस मरांडी को लगभग 7000 वोट से हराया था.