श्रीकृष्णा में चैलेंज देकर जेपी शर्मा ने पाया था शकुनि का किरदार, जानें अब किस हाल में हैं और क्या करते हैं
Shri Krishna Serial Shakuni Mama Aka Jp Sharma: रामानंद सागर एक ऐसा नाम है जिन्होंने टीवी को कई सारे ऐसे शोज दिए हैं जिन्हें लोग सालों तक याद रखेंगे. खासकर रामायण और साथ ही श्री कृष्णा जिसे 1993 में पहली बार ऑनएयर किया गया था और इसे आपने डीडी नेशनल और दूरदर्शन पर देखते थे और इसे 5 अक्टूबर 1997 में बंद कर दिया गया था.
श्रीकृष्णा धारावाहिक ने इसके प्रसारण के दौरान रामयण व महाभारत को कमाई और टीआरपी के मामले में सबको पीछे कर दिया. इसके हर किदार को लोगों ने दिलों में बसा लिया था. इस सीरियल में शकुनि मामा का किरदार जेपी शर्मा ने निभाया था, जिसे लोग आज भी याद करते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि ‘श्री कृष्णा’ सीरियल के शकुनि मामा अब कहां हैं और क्या करते हैं?
जेपी शर्मा बने थे शकुनि मामा
करीब 31 साल पहले टीवी पर आई महाभारत से हर तरफ हल्ला मचा दिया था. और कोरोना के दौरान जब इसे फिर से प्रसारित किया गया तो फिर से फैंस ने इसे खासा पसंद किय था. 90 के दौर में इसने हर तरफ अपना सिक्का जमाया था. ऐसे में आज हम आपको उस किरदार के बारे में बताएंगे जिन्होंने अपनी एक्टिंग से हर किसी का दिल लिया था और वा था शकुनि मामा बने जय प्रकाश शर्मा यानि की जेपी शर्मा जिन्होंने अपने भाग्य से लड़कर ये सपलता हासिल की थी, तो आइए जानते हैं क्या है उनकी कहानी.
पोलियो से ग्रसित थे जेपी शर्मा
जेपी शर्मा राजस्थान के नागौर जिसे के छोटे से गांव में बेहद गरीब परिवार में हुई थी और आपको जानकर हैरानी होगी कि बचपन से ही पोलियो से ग्रसित जेपी शर्मा यूं तो दिव्यांग थे लेकिन उनके अंदर हुनर की कमी नहीं थी. ऐसे में उनके पैरों में दिक्कत थी, इस वजह से उन्हें लोग शुरू से ही शकुनी मामा कह कर बुलाते थे. जेपी शर्मा ने बताया था कि जब वह एक साल के थे, तो उन्हें पोलियो हो गया था.
श्मशान घाट में करते थे योगा
जेपी शर्मा ने बताया था कि जब स्कूल के दिनों में लोग उन्हें चिढ़ाते थे तो वो बेहद दुखी हो जाते थे और इसी वजह से वो घर और स्कल के बीच बने श्मशान घाट पहुंच जाते और वहां पर योगा करते थे और वह रोजाना श्मशान घाट आ जाते और योग करते थे और इसी वजह से उन्हें काफी आराम मिला और धीरे-धीरे पैर पर हाथ लगा कर चलने से छुटकारा मिल गया. जेपी शर्मा ने बाद में गांव में होने वाली रामलीला में काम करना शुरू कर दिया और यहीं से उनके अंदर एक्टिंग का कीड़ा जागा.
रामलीला से शुरू हुआ एक्टर बनने का सपना
जेपी शर्मा ने अपनी जिंदगी पर बात करते हुए बताया था कि जब उन्होंने बी.आर.चोपड़ा की महाभरत देखी और उसमें गूफी पेंटल को शकुनि मामा के किरदार में देखा तो लोगों ने उनसे कहा कि तू भी तो ऐसी ही चलता है तो क्यों नहीं ये काम करता है, तू भी तो शकुनि बन सकता है. ऐसे में उन्होंने ये फैसला कर लिया कि वो मुंबई जाकर खुद को एक मौका देगें और एक्टिंग में हाथ आजमाएंगे.
मुंबई आकर बने नाईट सुरपवाइजर
जेपी शर्मा मुंबई आकर पहले एक नाईट सुरपवाइजर की नौकरी की और फिर हिंदी ड्रामा से जुड़े और छोटे किरदार किए और इसके बाद उनकी मुलाकात शोले फिल्म के जलाल आगा से हुई और उन्हें एक नाटक में किरदार मिला, जिसके लिए उन्हें महाराष्ट्र सरकार से बेस्ट एक्टर का अवार्ड मिला और इसके बाद वासुदेव बने सुनील पांडे ने जेपी को बड़ौदा जानें कि सालद दी और उस वक्त श्रीकुष्णा में महाभारत की शूटिंग चल रही थी. ऐसे में नंद बाबा बने शहनवाज प्रधान ने मुलाकात हुई और उसके बाद उनी ऑडिशन में एंट्री हुई.
जानें कैसे मिल शकुनि का किरदार
रामानंद सागर ने जेपी शर्मा से कहा कि हमारे हर किरदार के लिए कम से चार विकल्प हैं, तब जेपी ने कहा कि मेरा सबके साथ मुकाबला करा दीजिए और जो जीतेगा उसे ही शकुनि का किरदार दे दीजिएगा. रामानंद सागर जेपी के आत्मविश्वास के कायल हो गए और शकुनि का किरदार उन्हें दे दिया. जेपी शर्मा को इस किरदार के लिए रोजाना 3500 रूपये मिलते थे. जेपी शर्मा ने शकुनि मामा के अलावा टीवी सीरियल ‘आंखें’ में कंगारू विलेन और ‘अलिफ लैला’ में भी काम किया था.
अब ये काम करते हैं शकुनि मामा’
जेपी शर्मा अब नेटवर्क मार्केटिंग लीडर, डायरेक्ट सेलिंग कोच और मोटिवेशनल स्पीकर हैं. इसके अलावा वह डिजिटल एजुकेशन एंड स्किल्स काउंसिल के साथ बतौर गर्वर्निंग काउंसिल भी जुड़े हुए हैं और कोच के रूप में काम कर रहे हैं.