Kalashtami 2024: 4 जनवरी को कालाष्टमी और रुक्मणी अष्टमी व्रत, जानें विधि, मंत्र, शुभ मुहूर्त और कथा
asik Kalashtami 2024: वर्ष 2024 में 4 जनवरी को रुक्मिणी अष्टमी मनाई जा रही है। इस दिन रुक्मिणी के साथ भगवान श्री कृष्ण का पूजन किया जाता है। इस दिन कालाष्टमी भी मनाई जा रही है।
वैदिक पंचांग के अनुसार, पौष कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर यानी 04 जनवरी को नव वर्ष 2024 का पहला कालाष्टमी व्रत मनाया जा रहा है। अष्टमी तिथि दुर्गा देवी की भी मानी जाती है, अत: इस दिन ‘या देवी सर्वभूतेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।’ मंत्र का भी जाप करना उचित रहता है।
आइए यहां जानते हैं रुक्मिणी अष्टमी की पूजन विधि, मुहूर्त, मंत्र एवं कथा-
रुक्मिणी अष्टमी मुहूर्त : rukhmani ashtami muhurat
पौष कृष्ण अष्टमी का प्रारंभ- 03 जनवरी 2024, दिन बुधवार को 11:18 ए एम से शुरू,
पौष कृष्ण अष्टमी की समाप्ति- 03 जनवरी 2024, दिन गुरुवार को 01:34 पी एम पर।
गुलिक काल : 09:58 ए एम से 11:33 ए एम तक।
– अभिजित मुहूर्त- नहीं है।
– अमृत काल : 02:22 ए एम, जनवरी 04 से 04:09 ए एम तक।
– राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
पूजन विधि-rukhmani ashtami puja Vidhi
1. अष्टमी तिथि के दिन सुबह स्नानादि करके स्वच्छ स्थान पर भगवान श्री कृष्ण और मां रुक्मिणी की प्रतिमा स्थापित करें।
2. स्वच्छ जल दक्षिणावर्ती शंख में भर लें और अभिषेक करें।
3. तत्पशचात कृष्ण जी को पीले और देवी रुक्मिणी को लाल वस्त्र अर्पित करें।