Karnataka Dengue epidemic: कर्नाटक सरकार ने डेंगू बुखार को घोषित किया महामारी, ये है कारण
देश के कुछ राज्यों में डेंगू बुखार के मामले बढ़ रहे हैं. इस बीच कर्नाटक सरकार ने डेंगू को महामारी घोषित कर दिया है. सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है की डेंगू को राज्य में महामारी के रूप में अधिसूचित किया गया है. इस बीमारी के सभी स्ट्रेनों को अधिसूचना में शामिल किया गया है. महामारी घोषित होने के बाद अब राज्य में डेंगू को लेकर विशेष सावधानी बरती जाएगी और इस बुखार को एक महामारी मानते हुए इलाज और बचाव के प्रोटोकॉल निर्धारित किए जाएंगे.
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि राज्य में डेंगू के मामलों पर नजर रखी जा रही है. सभी विभागों को डेंगू को कंट्रोल करने का आदेश दिया गया है. अस्पतालों को डेंगू मरीजों के लिए व्यवस्था बढ़ाने को कहा गया है. साथ ही आशावर्करों को घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करने के लिए भी कहा गया है. राज्य में डेंगू से मौतों की रोकथाम के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं और डेंगू के लार्वा की पहचान के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है.
क्यों किया महामारी घोषित?
कर्नाटक के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल जनवरी से जुलाई तक राज्य में डेंगू के 7 हजार से अधिक केस आए हैं. कुल सात मरीजों की मौत भी हो चुकी है. लगातार बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार ने डेंगू को महामारी घोषित किया है. अब हर अस्पताल में मरीजों के लिए प्रति वार्ड 10 बेड रिजर्व रखे गए हैं. साथ ही झुग्गियों में रखने वालों को मच्छरदानी भी दी जाएगी.
क्या है डेंगू
डेंगू की बीमारी मच्छर के काटने से होती है. डेंगू फैलाने वाला मच्छर साफ पानी में पनपता है. जब यह किसी व्यक्ति को काटता है तो उसमें डेंगू का वायरस चला जाता है. अधिकतर मामलों में हफ्तेभर के भीतर डेंगू का बुखार शरीर से चला जाता है, लेकिन कुछ मामलों में ये गंभीर लक्षण पैदा कर सकता है. डेंगू की वजह से शरीर में प्लेटलेट्स का लेवल डाउन हो सकता है. अगर प्लेटलेट्स 30 हजार से कम हो जाए तो यह जानलेवा बन सकता है. डेंगू के कारण शॉक सिंड्रोम भी हो सकता है और एक कई अंगों के एक साथ फेल होने का कारण भी बन सकता है.