Kolkata Rape Case: 22 साल में 7 डॉक्टरों की मौत… मिस्ट्री से कम नहीं कोलकाता का RG कर मेडिकल कॉलेज

कोलकाता रेप-मर्डर केस को लेकर RG कर अस्पताल सवालों के घेरे में है. ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर केस में आज सुप्रीम कोर्ट ने भी अस्पताल प्रशासन को फटकार लगाई है, इसके बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या RG कर अस्पताल मर्डर मिस्ट्री का घर है. ये बात हम क्यों कह रहे हैं, क्योंकि RG कर से जुड़ी कुछ चौंकाने वाली बात सामने आई है. कुछ आंकड़े ऐसे सामने आए हैं जो कई तरह के सवाल खड़े करते हैं.
ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर समेत पिछले 22 साल में RG कर अस्पताल में 7 डॉक्टरों की असमय मौत हो चुकी है. इनमें किसी का मर्डर हुआ है तो किसी ने सुसाइड कर लिया है. खास बात ये है कि ये सभी मौतें अस्पताल से जुड़ी हैं. इन रहस्यमयी मौत को लेकर TV9 कोई दावा नहीं कर रहा है. मर्डर या सुसाइड इसकी जांच का काम एजेंसियों का है और उन्हें ही जांच करनी है. हम सिर्फ आपके सामने वो हैरान करने वाली जानकारी रख रहे हैं जिसके केंद्र में RG कर अस्पताल है. आइए सिलसिलेवार ढंग से समझते हैं.
9 अगस्त 2024 : लेडी डॉक्टर
RG कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या की गई, कॉलेज के सेमिनार हॉल में शव मिला. अस्पताल का कर्मचारी आरोपी बताया गया. कॉलेज प्रबंधन पर मर्डर की बात छिपाने का आरोप है. मामले की जांच सीबीआई कर रही है.
13 जनवरी 2023 : डॉ. सायन मंडल
डॉ. सायन मंडल की मौत उत्तराखंड में ट्रैकिंग के दौरान मौत हो गई. दावा किया गया कि उसे सांस लेने में दिक्कत थी, हालांकि यह कभी साबित नहीं हो पाया. ऐसा दावा किया गया कि डॉ. सायन को अस्पताल में हो रही गड़बड़ियों की जानकारी थी.
13 अगस्त 2023: डॉ. शुभ्रज्योति दास
डॉ. शुभ्रज्योति दास 23 वर्ष की इंटर्न डॉक्टर थी, जो दवा के ओवरडोज़ की वजह से मृत पाई गई. पिछले मामलों की तरह यहां सुसाइड नोट नहीं मिला. अस्पताल की ओर से उनके डिप्रेशन में होने का दावा किया गया.
मई 2020: डॉ. पौलमी साहा
जूनियर डॉक्टर 25 वर्षीय पॉलमी शाहा ने RG कर अस्पताल की इमरजेंसी की छठवीं मंजिल से छलांग लगा दी थी. जांच के दौरान यह सामने आया कि वह मानसिक तनाव में थी. हालांकि उसके पास कोई सुसाइड नोट नहीं मिला. ड्रग माफिया-अस्पताल कनेक्शन की जानकारी का दावा किया गया.
23 अक्टूबर 2016: डॉ. गौतम पाल
गौतम पाल मेडिसिन के प्रोफेसर थे. वह दमदम स्थित अपने फ्लैट में क्षत विक्षत अवस्था में मिले थे. उनके घर का दरवाज़ा अंदर से बंद था, लेकिन कुछ सबूतों से पता चला कि उनकी हत्या की गई है. हालांकि यह साबित नहीं हो पाया. बताया गया कि वह तनाव में थे. मौत का कारण आज भी अज्ञात है.
22 अक्टूबर 2003: डॉ. अरिजीत दत्ता
डॉ. अरिजीत दत्ता की मौत 2003 में 22 अक्टूबर को हुई थी, इसे सुसाइड बताया गया. ऐसा कहा गया है कि अरिजीत ने अधिक मात्रा में दवाएं ली थीं. इसके बाद छत से छलांग लगा दी थी. उनके हाथ पर चोट के निशान भी मिले थे. इस मामले में भी कोई सुसाइड नोट नहीं मिला. दावा किया गया कि अरिजीत अस्पताल के अंदर चल रही कुछ आपराधिक गतिविधियों के बारे में जानता था.
10 अगस्त 2002 : डॉ. सौमित्र बिस्वास
डॉ. सौमित्र RG कर अस्पताल के ललित मोहन मेमोरियल हॉस्टल में रह रहे थे, उनको मारकर शव के कई टुकड़े कर दिए गए थे. एनआरएस मेडिकल कॉलेज के पास एक सूटकेस में उनका शव मिला था. ऐसा दावा किया गया था कि डॉ. सौमित्र को सोनागाछी पोर्नोग्राफी रैकट के बारे में पता चल गया था.
डॉ. तपस बोले कुछ भी हो सकता है
RG कर अस्पताल के वरिष्ठ गैस्ट्रो सर्जन डॉ. तपस बिस्वास ने भी ये माना है कि RG कर ही नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल के सभी मेडिकल कॉलेजों में ड्रग्स-मनी नेक्सस और मेडिसिन नेक्सस चल रहा है. वह इस अस्पताल के पूर्व छात्र भी रहे हैं. डॉ. तपस कहते हैं कि ऐसा हो सकता है, जिन सात मामलों की बात की जा रही है, उन्हें कुछ पता हो इसीलिए उन्हें रास्ते से हटा दिया गया हो. ट्रेनी डॉक्टर के मामले में भी हम यही माल रहे है. हो सकता है कि यह डॉक्टर भी अस्पताल के रैकेट का ही शिकार हुई हो. उसके शरीर पर मिली चोटें इस बात की गवाह हैं. उसके साथ जो हुआ वह किसी एक व्यक्ति का काम नहीं है, इस हत्याकांड में कई बड़े लोग भी शामिल हो सकते हैं.

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