अडानी ग्रुप की कंपनियों में पैसा लगाकर LIC मालामाल, 25000 करोड़ रुपये से ज्यादा का फायदा
अडानी ग्रुप की कंपनियों में सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी (LIC) को तगड़ा फायदा हुआ है। अडानी ग्रुप की 7 कंपनियों में एलआईसी के इनवेस्टमेंट की वैल्यू 70 पर्सेंट बढ़ गई है। वित्त वर्ष 2023 के आखिर में अडानी ग्रुप की कंपनियों में एलआईसी का निवेश 36089 करोड़ रुपये था, जो कि अब बढ़कर 61657 करोड़ रुपये पहुंच गया है।
यानी, बीमा कंपनी एलआईसी को अडानी ग्रुप की कंपनियों में अपने इनवेस्टमेंट पर 25568 करोड़ रुपये का फायदा हुआ है।
अडानी ग्रीन और अडानी पोर्ट्स में हुआ सबसे ज्यादा फायदा
वित्त वर्ष 2024 में LIC के इनवेस्टमेंट वाली अडानी ग्रुप की कंपनियों में अडानी ग्रीन और अडानी पोर्ट्स में सबसे ज्यादा उछाल आया है। अडानी ग्रीन में 114 पर्सेंट का उछाल आया है। वित्त वर्ष 2023 में अडानी ग्रीन में एलआईसी का इनवेस्टमेंट 1892 करोड़ रुपये था, जो कि अब 4045 करोड़ रुपये पहुंच गया है। इसी तरह अडानी पोर्ट्स में एलआईसी के इनवेस्टमेंट की वैल्यू 113 पर्सेंट बढ़ी है। वित्त वर्ष 2023 में अडानी पोर्ट्स में एलआईसी का इनवेस्टमेंट 10727 करोड़ रुपये था, जिसकी वैल्यू अब बढ़कर 22819 करोड़ रुपये पहुंच गई है।
अडानी एंटरप्राइजेज में 83% बढ़ी इनवेस्टमेंट वैल्यू
अडानी एंटरप्राइजेज में एलआईसी के इनवेस्टमेंट की वैल्यू 83 पर्सेंट बढ़ गई है। जबकि अंबुजा सीमेंट ने 67 पर्सेंट का रिटर्न दिया है। वित्त वर्ष 2024 में अडानी ग्रुप की सीमेंट कंपनी एसीसी में एलआईसी के इनवेस्टमेंट की वैल्यू 48 पर्सेंट बढ़ी है। हालांकि, एलआईसी की इनवेस्टमेंट वैल्यू में सबसे कम 9 और 8 पर्सेंट का उछाल क्रमशः अडानी टोटल और अडानी एनर्जी में आया है। वित्त वर्ष 2024 में एलआईसी ने अडानी ग्रुप की कुछ कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी घटाई है। एलआईसी ने अडानी पोर्ट्स में अपनी 1.26 पर्सेंट हिस्सेदारी, अडानी एंटरप्राइजेज में 0.33 पर्सेंट हिस्सेदारी और अंबुजा सीमेंट्स में 0.61 पर्सेंट हिस्सेदारी घटाई है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से अडानी ग्रुप की कंपनियों को तगड़ा झटका लगा था और कंपनियों के शेयरों में तेज गिरावट आई थी।