Lok Sabha Elections 2024: “पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर हमारा था, हमारा है और हमारा रहेगा”, राजनाथ सिंह ने कहा

दार्जिलिंग: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत में हो रहे विकास को देखते हुए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के लोग खुद भारत के साथ रहने की मांग करेंगे। रक्षा मंत्री सिंह ने बीते रविवार को पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, “चिंता मत करो।

पीओके हमारा था, है और हमारा रहेगा।”

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह दार्जलिंग में भाजपा प्रत्याशाी राजू बिस्ता के पक्ष में प्रचार करने गये थे, बिस्ता दार्जलिंग के मौजूदा सांसद भी हैं।

सिंह ने चुनावी रैली में आगे कहा, “विश्व में भारत की ताकत बढ़ रही है। दुनिया भर में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ रही है और हमारी अर्थव्यवस्था भी तेजी से आगे बढ़ रही है। अब पीओके में हमारे भाई-बहन खुद भारत के साथ आने की मांग करेंगे।”

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी संदेशखाली में हाल की घटनाओं पर तृणमूल कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि जिस सरकार में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, उसे सत्ता में नहीं रहना चाहिए।

उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति काफी हद तक खराब हो चुकी है। अगर आप किसी भी राज्य का विकास करना चाहते हैं तो सबसे पहली शर्त वहां की कानून और स्थिति को सुधारना है लेकिन बंगाल में हालात अलग हैं। संदेशखाली की घटनाओं को देखिए। जिस सरकार के शासन में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, उसे सत्ता में नहीं रहना चाहिए।”

इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को सियाचिन के लिए रवाना हुए जहां वह क्षेत्र में तैनात सशस्त्र बलों के साथ बातचीत करेंगे। सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर किये एक पोस्ट में राजनाथ सिंह ने कहा, “सियाचिन के लिए नई दिल्ली से प्रस्थान कर रहा हूं। वहां तैनात हमारे साहसी सशस्त्र बल कर्मियों के साथ बातचीत करने के लिए उत्सुक हूं।”

राजनाथ सिंह की सियाचिन यात्रा भारतीय सेना द्वारा प्रसिद्ध ‘ऑपरेशन मेघदूत’ की 40वीं वर्षगांठ मनाने के एक सप्ताह बाद हो रही है, जिसे भारतीय सेना ने सियाचिन ग्लेशियर पर कब्जा करने के पाकिस्तान के प्रयासों को विफल करके उस पर नियंत्रण हासिल करने के लिए चलाया था।

मालूम हो कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस का परंपरागत रूप से एक मजबूत गढ़ रहा है। 2014 के लोकसभा चुनावों में, टीएमसी राज्य में 34 सीटें हासिल करके प्रमुख ताकत के रूप में उभरी। इसके विपरीत, भारतीय जनता पार्टी केवल 2 सीटें जीतने में सफल रही। वहीं सीपीएम और कांग्रेस ने क्रमशः 2 और 4 सीटें जीतीं।

हालांकि, 2019 के चुनावों में राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखा गया। भाजपा ने 18 सीटें जीतीं, जो उनकी पिछली सीटों से बिल्कुल अलग है। हालांकि तृणमूल अभी भी बढ़त में है, उनकी सीटों की संख्या घटकर 22 रह गई। कांग्रेस का प्रतिनिधित्व सिर्फ 2 सीटों पर सिमट गया, जबकि वाम मोर्चा कोई भी सीट हासिल करने में असमर्थ रहा।

पश्चिम बंगाल में सातों चरणों में वोटिंग हो रही है। दार्जिलिंग में 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में मतदान होना है। वोटों की गिनती 4 जून को होगी।

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