Lungs Cancer : लंग्स कैंसर का शुरुआत में ही कैसे करें पता, एक्सपर्ट्स से जानें
आज के समय में कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. पुरुषों में लंग्स कैंसर के केस में काफी इजाफा हो रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, साल 2023 में भारत में कैंसर के 14 लाख से अधिक मामले आए थे. इनमें लंग्स कैंसर के केस सबसे ज्यादा थे.1990 में प्रति 1 लाख लोगों में फेफड़ों के कैंसर के मामले 6.62 थे, जो 2019 में बढ़कर 7.7 हो गए हैं. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अगर आप धूम्रपान करते हैं और अधिक प्रदूषण वाले इलाकों में रहते हैं तो लंग्स कैंसर होने की आशंका ज्यादा रहती है. हालांकि अधिकतर मामलों में इस कैंसर की पहचान काफी देरी से होती है. अधिकतर मरीज लास्ट स्टेज में इलाज के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में लंग्स कैंसर की शुरुआत में ही पहचान होना जरूरी है.
लंग्स कैंसर का शुरुआत में कैसे पता चले इसके लिए हमने एक्सपर्ट्स से बातचीत की है. गुरुग्राम के नारायणा अस्पताल में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग में सीनियर कंसल्टेंट डॉ. देबाशीष चौधरी बताते हैं कि अगर आपको कई हफ्तों से खांसी आ रही है, आपके सीने में दर्द बना रहता है, सांस फूलती है या सांस लेने में घरघराहट की आवाज़ आती है तो यह लंग कैंसर हो सकता है. लंग कैंसर का शुरुआती स्टेज में पता नहीं चल पाता है. व्यक्ति इसको सामान्य समस्या समझकर नजरअंदाज कर देता है. जिससे बाद में ये बीमारी बढ़ती रहती है. ऐसे में आखिरी स्टेज में मरीज इलाज के लिए आता है.
फेफड़ों के कैंसर के कारण
धूम्रपान करना
वायु प्रदूषण
सिलिका, कोयला उत्पाद आदि जैसे हानिकारक पदार्थों के संपर्क में आने पर भी लंग कैंसर होने की संभावना बनी रहती है
अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में अधिक रहते हैं जो धूम्रपान करता है तब आपको भी लंग कैंसर हो सकता है.
लंग कैंसर का इलाज
अगर शुरुआती स्तर पर ही इस कैंसर की पहचान हो जाए तो आसानी से मरीज का इलाज किया जा सकता है. शुरुआती स्तर में मरीज का कीमोथेरेपी से ही ट्रीटमेंट हो जाता है, लेकिन अगर इस कैंसर का दूसरी स्टेज पर पता चले तो ट्यूमर वाले हिस्से को ऑपरेशन से हटाया जाता है, इसके अलावा तीसरे स्टेज पर कीमो के साथ ऑपरेशन और रेडिएशन ट्रीटमेंट दिया जाता है. वहीं चौथी स्टेज पर रेडिएशन, सर्जरी, इम्यूनोथेरेपी से इलाज किया जाता है. इस स्टेज में मरीज की जान बचाना एक चुनौती होता है.
कैसे करें बचाव
धूम्रपान न करें
अधिक प्रदूषण वाले इलाकों में जाने से बचें
जो व्यक्ति धूम्रपान करता है उसके दूरी बनाएं
खानपान का ध्यान रखें