Lyme disease : एक कीड़ा ले सकता है आपकी जान, क्या है लाइम डिजीज?
दुनियाभर में बीते कुछ सालों से लाइम डिजीज के केस बढ़ रहे हैं. ये बीमारी बोरेलिया बैक्टीरिया बैक्टीरिया के कारण होती है. मनुष्यों को आमतौर पर बैक्टीरिया टिक ( एक प्रकार का कीड़ा) के काटने से शरीर में जाता है और लाइम बीमारी का कारण बनता है. बोरेलिया बैक्टीरिया फैलाने वाले कीड़े संयुक्त राज्य अमेरिका के अधिकांश हिस्सों में मिलते हैं, लेकिन ये बीमारी अन्य देशों में भी फैल रही है. अब यूरोप दक्षिणपूर्वी कनाडा और भारत में भी इसके मामले सामने आ रहे हैं. लाइम बीमारी फैलाने वाली कीड़े घास, झाड़ियाँ या जंगली इलाकों में रहते हैं, लेकिन दुनियाभर में मौसम में हो रहे बदलाव के कारण ये कीड़े अब शहरी इलाकों तक में पहुंच रहे हैं. यही कारण है की अब लाइम डिजीज के मामले पहले की तुलना में ज्यादा आ रहे हैं.
पशु विज्ञान विभाग में डॉ. एन आर रावत बताते हैं की दुनियाभर में हो रहे जलवायु परिवर्तन के कारण कीड़े ज्यादा पनप रहे हैं. कीड़ों के काटने से लाइम डिजीज के मामले भी सामने आ रहे हैं. लाइम डिजीज के कारण मौतें भी हो रही हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि कीड़े के काटने के बाद लाइम डिजीज होने से ब्रेन पर भी इसका असर पड़ रहा है. कोई भी बीमारी अगर दिमाग तक चली जाती है तो यह जानलेवा बन ही जाती है.
इस बीमारी के लक्षण क्या होते हैं
टिक के काटने से आपकी त्वचा पर एक छोटी, खुजलीदार गांठ हो सकती है. इसके काटने से ऐसा लगता है जैसे मच्छर ने काटा हो. बहुत से लोगों को पता ही नहीं चलेगा कि उन्हें टिक काट लिया गया है. लाइम रोग के लक्षण अलग-अलग होते हैं. इसकी स्टेज में अलग- अलग होती हैं. इसके शुरुआती लक्षण आमतौर पर कीड़ा काटने के 3 से 30 दिनों के भीतर दिखाई देते हैं. शुरुआत में स्किन पर दाने निकलते हैं और इनमें हल्का दर्द होने लगता है और खुजली होती है. इस बीमारी की 3 स्टेज हैं तीनों में इस तरह के लक्षण दिखते हैं.
स्टेज 1 के लक्षण
बुखार
सिरदर्द
अत्यधिक थकान.
जोड़ों में अकड़न.
मांसपेशियों में दर्द और पीड़ा.
सूजी हुई लिम्फ नोड्स.
स्टेज 2 के लक्षण
शरीर के कई हिस्सों में लाल रंग के दाने
गर्दन में दर्द
शरीर में अकड़न
चेहरे की मांसपेशियों में कमजोरी
दिल की धड़कन का बढ़ना
दर्द जो पीठ और कूल्हों से शुरू होकर पैरों तक फैल जाता है
हाथ या पैर में दर्द
आंखों में सूजन
स्टेज 3
लाइम रोग से पीड़ित कुछ लोग लक्षण बताते हैं जो उपचार के बाद भी जारी रहते हैं. इनमें ये लक्षण शामिल हैं
गठिया
शरीर में दर्द और पीड़ा.
लगातार या बार-बार थकान होना
मैमोरी लॉस
लाइम डिजीज कैसे बनती है जानलेवा
महामारी विशेषज्ञ डॉ जुगल किशोर बताते हैं कि टिक कीड़े के काटने से बाद इंफेक्शन का अगर समय पर इलाज न हो तो ये शरीर में फैलने लगता है. इसके बाद ये सबसे पहले लिवर और किडनी पर असर करता है फिर नर्वस सिस्टम पर भी हमला करता है. नर्वस सिस्टम पर अटैक होने से शरीर में कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं. ऐसी स्थिति में ये बीमारी ब्रेन तक भी जा सकती है जो जानलेवा बन सकता है.
लाइम डिजीज से बचाव कैसे करें
घर से बाहर निकलें तो पूरी बाज़ू के कपड़े पहनें
घास या जंगलों में जानें से बचें
पर्मेथ्रिन लोशन का यूज करें. एक तरह का एंटीबैक्टीरियल स्प्रे और लोशन होता है. यह कीड़ों से बचाव करता है.
अगर कीड़ा काट लें या शरीर पर दाने निकलने लगें तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं.