Manav Suthar: पिता चाहते थे बेटा बने तूफानी बल्लेबाज लेकिन वो बन गया गेंदबाज, फेंके 7 मेडन, झटके 7 विकेट
दलीप ट्रॉफी में टीम इंडिया के कई बड़े खिलाड़ियों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है लेकिन अच्छी बात ये है कि कुछ ऐसे अनजान खिलाड़ी भी सामने आए हैं जिन्होंने अपनी प्रतिभा को बड़े मंच पर साबित किया है. ऐसे ही खिलाड़ी हैं बाएं हाथ के स्पिनर मानव सुथार जिन्होंने इंडिया डी के खिलाफ कमाल की गेंदबाजी करते हुए अकेले 7 विकेट चटका दिए. मानव सुथार की फिरकी के आगे इंडिया डी के बल्लेबाज ज्यादा ढेर ठहर नहीं सके. इंडिया डी ने इंडिया सी के खिलाफ दूसरी पारी में 236 रन बनाए और इस टीम को सबसे ज्यादा चोट मानव सुथार ने ही पहुंचाई. मानव सुथार ने 19.1 ओवर में 49 रन देकर 7 विकेट लिए. गजब बात ये है कि उन्होंने इस दौरान 7 ओवर मेडन कराए. एक और दिलचस्प चीज ये है कि मानव सुथार के पिता उन्हें एक विस्फोटक बल्लेबाज बनाना चाहते थे लेकिन ये खिलाड़ी गेंदबाज बन गया.
मानव सुथार की कहानी
मानव सुथार ने क्रिकेट का ककहरा राजस्थान के श्रीगंगानगर में एक क्रिकेट कोचिंग क्लब से शुरू होगा. मानव के पिता जगदीश सुथार ने उन्हें एकेडमी में एडमिशन दिलाया और उन्होंने कोच धीरज शर्मा को कहा कि वो अपने बेटे को एक विस्फोटक बल्लेबाज बनाना चाहते हैं. लेकिन हुआ इसके बिल्कुल उलट. धीरज शर्मा ने मानव सुथार के खेल को दो दिनों तक देखा और उसके बाद वो ये समझ गए कि मानव बल्लेबाज नहीं बल्कि गेंदबाजी के लिए बना है. मानव के कोच का अंदाजा बिल्कुल सही हुआ और आज ये खिलाड़ी महज 22 साल की उम्र में घरेलू क्रिकेट में बड़ा नाम कमा चुका है. मानव सुथार ने अबतक 14 फर्स्ट क्लास मैचों में 65 विकेट चटकाए हैं, जो कि कमाल प्रदर्शन है.
मानव सुथार ने झटके कुल 8 विकेट
मानव सुथार ने दलीप ट्रॉफी में इंडिया डी के खिलाफ कुल 8 विकेट चटकाए. पहली पारी में उन्होंने एक विकेट हासिल किया और दूसरी पारी में वो 7 विकेट ले गए. सुथार ने इस मैच में श्रीकर भरत को दो बार आउट किया. इसके अलावा वो देवदत्त पडिक्कल, रिकी भुई, अक्षर पटेल जैसे बड़े खिलाड़ियों का भी विकेट ले गए. मानव सुथार के अंदर काबिलियत कमाल है और जल्द ही ये खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए टेस्ट क्रिकेट में खेलता नजर आ सकता है. मानव सुथार आईपीएल में भी एक ही मैच खेले हैं. वो गुजरात टाइटंस टीम का हिस्सा थे. हालांकि उन्हें एक ही मैच खेलने का मौका मिला. उम्मीद है कि इस खिलाड़ी को और मौके मिलेंगे तभी इस खिलाड़ी की प्रतिभा का असल अंदाजा क्रिकेट एक्सपर्ट्स और फैंस को हो पाएगा.