चंडीगढ़ में मास्क की वापसी, गाजियाबाद में 8 महीने बाद मिला नया केस… कोरोना के JN.1 वैरिएंट की दस्तक के बीच सरकार अलर्ट
कोरोना वायरस का संक्रमण एक बार फिर से फैलता नजर आ रहा है. गोवा, केरल, महाराष्ट्र में जहां कोरोना के नए सब वैरिएंट JN.1 का संक्रमण फैल रहा है , तो वहीं उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में बुधवार को कोरोना का एक केस सामने आया है. कोविड-19 की 8 महीने बाद गाजियाबाद में एंट्री हुई है. गाजियाबाद में बीजेपी पार्षद अमित त्यागी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. देशभर के अलग-अलग राज्यों में कोविड संक्रमण की लगातार बढ़ती संख्या को लेकर अलर्ट की स्थिति है. एक बार फिर से मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और आइसोलेशन जैसे शब्द लोगों के बीच लौट रहे हैं.
चंडीगढ़ में हुई मास्क की वापसी
कोरोना के नए वेरिएंट को देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है. राज्य में चंडीगढ़ में मास्क की वापसी हो गई है. लोगों को भीड़भाड़ वाले इलाके में मास्क पहनने की सलाह दी गई है, साथ ही लोगों से भीड़भाड़ वाले इलाकों से बचने की हिदायत भी दी गई है. अस्पताल जाने वाले मरीज और उनके तीमारदारों को मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है.
बुखार जुकाम और सांस लेने में तकलीफ जैसे सिम्टम्स आने के बाद तुरंत डॉक्टर को दिखाना भी जरूरी करार दिया गया है. अगर कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे तुरंत 7 दिन के लिए खुद को आइसोलेट होना भी अनिवार्य किया गया है. चंडीगढ़ प्रशासन ने लोगों के लिए हिदायतें जारी की हैं.
गाजियाबाद में 8 महीने बाद कोविड-19 की फिर से एंट्री
कोविड-19 की 8 महीने बाद गाजियाबाद में एंट्री हुई है. गाजियाबाद में बीजेपी पार्षद अमित त्यागी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. जानकारी के मुताबिक उनके परिवार के सदस्यों की भी कोरोना की जांच होगी. स्वास्थ्य विभाग सैंपल कलेक्ट कर जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजेगा. बताया जा रहा है कि परिवार के सदस्य की दुबई की ट्रैवल हिस्ट्री है. बीजेपी पार्षद का परिवार गाजियाबाद के शास्त्रीनगर इलाके में रहता है. कोरोना के नए वैरिएंट की जांच के लिए उनका सैंपल जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए लैब में भेजा जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक करीब 8 महीने बाद कोविड का केस मिला है.
दिल्ली में भी तैयारी जारी, बुधवार को आए 3 नए केस
देश के कई हिस्सों में Covid मामलों में वृद्धि के बीच, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को कहा कि सरकार राष्ट्रीय राजधानी में सार्वजनिक स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे की कोरोना संक्रमण के तहत तैयारी की समीक्षा कर रही है. सौरभ भारद्वाज ने देश में पाए गए नए कोविड वैरिएंट की रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा “हमें सतर्क रहना होगा लेकिन घबराहट पैदा नहीं करनी होगी.”
राजस्थानः कोरोना के दो नए मरीज मिले
भारत में बुधवार को JN.1 कोविड संस्करण के 21 मामले सामने आए हैं. कोविड के बढ़ते मामलों से टेंशन भी बढ़ रही है. राजस्थान के जैसलमेर में कोरोना के 2 नए मरीज मिले हैं. मेडिकल एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि बढ़ते केसों से डरने की बजाय ऐहतियात बरतें. जरूरी सावधानी बरतें.
हरियाणा में भी होंगे RT-PCR टेस्ट
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि अभी प्रदेश में कोविड के नए वैरिएंट JN-1 का कोई केस सामने नहीं आया है. हम इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (SARI) के केसों का RT-PCR टेस्ट करेंगे. कुछ राज्यों में कोविड-19 के मामले में वृद्धि हुई है. देश में अब तक JN-1 वैरिएंट के 21 केस सामने आ चुके हैं. जिनमें 19 अकेले गोवा में मिले हैं. हरियाणा में ऐसा केस अभी तक नहीं आया है.
बेंगलुरु में बढ़ाई जाएगी जांच
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा कि शहर में 64 साल के एक व्यक्ति की 5 दिन पहले कोविड-19 संक्रमण के कारण मौत हो गई. गुंडू राव ने कहा कि यह अभी भी पता नहीं चल पाया है कि मरीज कोविड के सब वैरिएंट JN.1 से संक्रमित था या नहीं. बताया जा रहा है कि उसका हार्ट फेल हुआ था. उसे टीबी थी. साथ ही उसका हाई ब्लड प्रेशर, फेफड़ों की बीमारी और निमोनिया के साथ ही कोविड-19 भी था. राव ने कहा कि राज्य सरकार कोविड 19 संक्रमण की दर का पता लगाने के लिए कोविड की जांच बढ़ाएगी. अगले तीन दिनों में रोजाना 5,000 लोगों के सैंपल लिए जाने का टारगेट है.
कोरोना का नया सब वेरिएंट काबू में, घबराएं नहींः ब्रजेश पाठक
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि, प्रदेश में कोविड का नया सब वेरिएंट पूरी तरह से काबू में है. किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से तैयार है. वे बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में आयोजित देश के सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों की वर्चुअल बैठक में सम्मिलित हुए थे.
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि प्रदेश में व्यापक स्तर पर टेस्ट कराए जा रहे हैं. फिलहाल घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि कोरोना पूरी तरह से कंट्रोल में है. यह कोरोना का कोई वेरिएंट नहीं, बल्कि सब वेरिएंट है. इस बैठक में प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी भी शामिल थे.
सतर्कता और तैयारी बेहद जरूरीः डॉ. मनसुख मंडाविया
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने बुधवार को भारत में COVID-19 स्थिति की समीक्षा, निगरानी, रोकथाम और प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने सभी राज्यों से सतर्क रहने, निगरानी बढ़ाने, दवाओं, ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर और टीकों का पर्याप्त भंडार सुनिश्चित करने का आग्रह किया.
‘हर तीन महीने में होगी मॉक ड्रिल’
बैठक के दौरान, मंडाविया ने COVID-19 वायरस के नए और उभरते तनाव के खिलाफ सतर्क और तैयार रहने के महत्व पर जोर दिया. मंडाविया ने कहा, “कोविड-19 वायरस के नए और उभरते प्रकार के खिलाफ सतर्क और तैयार रहना महत्वपूर्ण है.” कोविड-19 के कुशल प्रबंधन को सुनिश्चित करने के लिए केंद्र और राज्यों के बीच संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता को दोहराते हुए, मंडाविया ने कहा, “हम केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर हर तीन महीने में एक बार मॉक ड्रिल करेंगे और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करेंगे.”