मंत्री जी…हमारी हल्द्वानी को भी दीजिए वंदेभारत का तोहफा; टैक्सी और बस के भरोसे रहते हैं पर्यटक
नैनीताल में घूमने और भगवान शिव का धाम जागेश्वर के दर्शन के लिए हर साल देश भर से हजारों लोग पहुंचते हैं। इसके लिए लोगों को काठगोदाम से होकर जाना पड़ता है। मगर सीमित ट्रेन सेवा होने के कारण लोगों को टैक्सी और बस का सहारा लेना पड़ता है।
पर्यटक नगरी नैनीताल में घूमने और भगवान शिव का धाम जागेश्वर के दर्शन के लिए हर साल देश भर से हजारों लोग पहुंचते हैं। इसके लिए लोगों को काठगोदाम से होकर जाना पड़ता है। मगर सीमित ट्रेन सेवा होने के कारण लोगों को टैक्सी और बस का सहारा लेना पड़ता है। वहीं देश के कई प्रमुख शहरों को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन सेवा से भी जोड़ा जा रहा है, लेकिन कुमाऊं का पहला रेलवे स्टेशन काठगोदाम अभी तक इससे अछूता है।
हालांकि रेलवे ने अभी तक इसकी योजना नहीं बनायी है, लेकिन शहर के कारोबारियों की मानें तो यह सेवा शुरू होने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और कारोबार भी बढ़ेगा। बनारस से काठगोदाम के बीच भी वंदेभारत चलने की संभावना जताई जा रही है।
पर्यटन कारोबार के साथ धार्मिक पर्यटन बढ़ेगा
झीलों की नगरी नैनीताल दिल्ली एनसीआर, हरियाणा, पंजाब आदि राज्यों के लोगों के घूमने के लिए पहली पसंदीदा जगह है। वीकेंड पर दिल्ली, हरियाणा से हजारों लोग नैनीताल, भीमताल, मुक्तेश्वर, रानीखेत आदि जगहों पर आते हैं।
मगर दिल्ली से सीमित ट्रेन सेवा होने के कारण लोगों को अपने वाहनों का सहारा लेना पड़ता है, इसलिए दिल्ली और काठगोदाम के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस की सबसे अधिक जरुरत महसूस की जा रही है। होटल कारोबारी हैप्पी अटवाल का कहना है कि जितनी अधिक कनेक्टिविटी बढ़ेगी, उतना अधिक पर्यटक यहां आएगा। कुमाऊं में पर्यटक स्थलों का अंबार है। इसके साथ ही भव्य व पौराणिक मंदिर हैं। पयर्टक स्थलों के साथ ही धार्मिक पर्यटन भी बढ़ेगा।
नैनीताल रोड स्थित होटल के जीएम महेश रजवार का कहना है कि कुमाऊं से सीमित ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी है। अगर वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू हो तो इससे पर्यटन कारोबार के साथ ही स्थानीय कारोबार में भी बढ़ोतरी होगी।
अमृतसर या देहरादून भी बन सकता है विकल्प
वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए अमृतसर या देहरादून भी विकल्प हो सकता है। काठगोदाम से अमृतसर के लिए फिलहाल कोई ट्रेन नहीं है। ऐसे में लोगों को लालकुआं से सप्ताह में एक दिन चलने वाली ट्रेन का ही सहारा लेना पड़ता है। इसलिए रेलवे के लिए काठगोदाम से अमृतसर तक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने का एक विकल्प हो सकता है। प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल नैनीताल के जिलाध्यक्ष विपिन गुप्ता का कहना है कि ट्रेन बढ़ने से कारोबारियों को राहत मिलेगी। साथ ही वैष्णों देवी जाने वाले यात्रियों और सैनिकों को भी फायदा मिलेगा।