चमत्कार! नदी में हो रही थी खुदाई, अचानक आई खटखट की आवाज, अंदर दिखा चमत्कार… सभी ने जोड़ लिए हाथ
कर्नाटक में कृष्णा नदी पर ब्रिज निर्माण के लिए खुदाई के दौरान एक ऐसी दुर्लभ चीज मिली, जिसे देख इंजीनियर्स से लेकर वर्कर्स तक ने हाथ जोड़ लिए. दरअसल, कर्नाटक के रायचूर जिले के एक गांव में कृष्णा नदी से भगवान विष्णु की एक प्राचीन मूर्ति मिली है. दरअसल इस नदी पर पुल निर्माण का कार्य चल रहा है. इसी दौरान जब खुदाई में वर्कर्स लगे थे, तो उन्हें अंदर से खटखटाने की आवाज आई. जब इसकी पड़ताल की गई तो नदी से भगवान विष्णु की एक प्राचीन मूर्ति निकली. इतना ही नहीं, भगवान विष्णु के विग्रह के साथ एक शिवलिंग भी मिला है.
कृष्णा नदी से भगवान विष्णु की जो मूर्ति निकली है, वह 12वीं सदी की बताई जा रही है. इस मूर्ति के चारों ओर दसावतार उकेरे हुए हैं. पुरातत्वविदों की मानें तो भगवान विष्णु की यह मूर्ति न केवल प्राचीन है, बल्कि काफी खास भी है. क्योंकि यह मूर्ति अयोध्या में स्थापित रामलला की प्रतिमा से मिलती-जुलती है. जहां से भगवान विष्णु की रामलला जैसे मूर्ति मिली है, वहीं से भगवान शिव का शिवलिंग भी मिला है.
पुल निर्माण के दौरान हुआ चमत्कार
दरअसल, रायचूर में कृष्णा नदी के पास पुल के निर्माण पर काम कर रहे दल ने भगवान विष्णु की मूर्ति को देखा. खुदाई के दौरान जब नीचे से आवाज आई तो वर्कर्स को कुछ अजीब लगा. जब इसकी पड़ताल की गई तो उन्होंने भगवान विष्णु की मूर्ति और एक शिवलिंग को पाया. इसके बाद वर्कर्स ने इन मूर्तियों को सुरक्षित बाहर निकाला और स्थानीय प्रशासन को सूचित किया. इसके बाद स्थानीय प्रशासन ने मूर्तियों को अपने कब्जे में ले लिया. फिलहाल, ये मूर्तियां एएसआई यानी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के पास हैं.
नदी में कैसे आया होगा?
बता दें कि रायचूर विश्वविद्यालय में प्राचीन इतिहास और पुरातत्व के व्याख्याता डॉ. पद्मजा देसाई ने विष्णु की मूर्ति के बारे में बताया कि यह मूर्ति किसी मंदिर के गर्भगृह की शोभा रही होगी और संभावित रूप से मंदिर को नुकसान पहुंचाने के दौरान इसे नदी में फेंका गया होगा. पुरातत्वविदों का मानना है कि यह मूर्ति ईसा पश्चात 11वीं या 12वीं शताब्दी की है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण अब इन मूर्तियों की जांच में जुटा है.