फिर से पांव पसार रहा है मंकीपॉक्स वायरस, इस देश में बढ़ रहे है मामले
मंकीपॉक्स वायरस के मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं, कंबोडिया में बीते एक महीने से मंकीपॉक्स के मामले बढ़ने लगे हैं. जनवरी से ही इस देश में यह वायरस फैल रहा है, हालांकि अभी अन्य देशों में केस रिपोर्ट नहीं किए गए हैं, लेकिन फिर भी एक्सपर्ट्स ने अलर्ट रहने की सलाह दी है.
मंकीपॉक्स वायरस वैरियोला वायरस के परिवार का हिस्सा है, ये वायरस चेचक का कारण बनता है. इसके शुरुआती लक्षण बुखार और छाले होते हैं.
दो से चार सप्ताह तक रहते हैं लक्षण
जीटीबी हॉस्पिटल में रेजिडेंट डॉक्टर अंकित कुमार बताते हैं कि मंकीपॉक्स के लक्षण चेचक के लक्षणों के समान होते हैं, लेकिन उससे थोड़े से हल्के होते हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, मंकीपॉक्स आमतौर पर बुखार, दाने और गांठ के जरिये उभरता है और इससे कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं. इसके लक्षण आमतौर पर दो से चार सप्ताह तक दिखते हैं, जो अपने आप दूर होते चले जाते हैं.
इन लोगों को खतरा
इस प्रकार की बीमारी से पीड़ित 99% से अधिक लोगों के बचने की संभावना होती है. हालांकि, गंभीर रूप से कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग, 1 वर्ष से कम आयु के बच्चे, एक्जिमा के इतिहास वाले लोग, और गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताओं को गंभीर बीमार पड़ने और मृत्यु की संभावना होती है.