हिमाचल-उत्तराखंड में पर्यटकों का ‘पहाड़’, होटल फुल, जाम ने बिगाड़ा छुट्टियों का मजा
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड पहुंचे पर्यटक पहाड़ों पर बोझ बन गए. क्रिसमस के बाद अब नया साल मनाने के लिए यहां पर्यटकों के पहुंचने का क्रम जारी है. होटल और होम स्टे सब फुल हैं. बिना प्रीबुकिंग कराए वादियों में पहुंचे पर्यटकों को ठहरने के लिए मुंह मांगी कीमत देनी पड़ रही है. सबसे बड़ी मुसीबत तो जाम है. यहां जो पर्यटक 3 से 4 दिन की छुट्टी मनाने के लिए पहुंच रहे हैं. उन्हें 24 घंटे से ज्यादा समय तक जाम से जूझना पड़ रहा है. जो घंटों फंसकर पहाड़ों पर पहुंच रहे हैं उन्हें पार्किंग करने तक की जगह नहीं मिल रही है.
क्रिसमस के दो दिन पहले से पहाड़ों पर पहुंच रही भीड़ का सिलसिला अब और बढ़ गया है. न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ों पर लोग पहुंच रहे हैं. सबसे ज्यादा खराब हालात हिमाचल प्रदेश के मनाली, शिमला, धर्मशाला, कसोल और लाहौल स्पीति के हैं. इसी तरह उत्तराखंड में भी नैनीताल, ऑली, चमोली पहुंचने वाले पर्यटकों की वजह से लगातार जाम के हालात बने हुए हैं. हालात इतने खराब हैं कि पुलिस को पर्यटकों के लिए एडवाइजरी जारी करनी पड़ी है. पर्यटकों से कहा गया है कि वह सुबह और शाम के वक्त कार से न निकलें.
मनाली में महाजाम, अटल टनल से गुजरे रिकॉर्ड वाहन
पहाड़ों पर सबसे ज्यादा जाम के हालात मनाली और उसके आसपास इलाकों में है. यहां मनाली पहुंचने से पहले ही लोगों को घंटों जाम में फंसे रहना पड़ रहा है. इसके बाद मनाली से अटल टनल की ओर जाने वाली सड़क पर भी वाहनों की लंबी कतार मिल रही है. हालात ये हैं कि कई पर्यटक जाम के बीच से ही वापस लौट आ रहे हैं. लाहौर और स्पीति प्रशासन के मुताबिक पिछले 24 घंटे में अटल टनल से गुजरने वालों की संख्या 28210 रही. टनल की शुरुआत से लेकर अब तक यह एक रिकॉर्ड है. यदि पिछले 48 घंटे की बात करें तो यहां से गुजरने वाले वाहनों की संख्या 45 हजार पार कर गई है.
हिमाचल-उत्तराखंड में होटल फुल
पर्यटकों की भारी भीड़ के चलते हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में होटल फुल हो गए हैं. बताया जा रहा है कि शिमला, मनाली, कसौली, धर्मशाला और अन्य टूरिस्ट स्पॉट के 90 से 95 प्रतिशत तक होटल फुल हो चुके हैं. जबकि दिसंबर के शुरुआत में होटलों की ऑक्यूपेंसी 30 प्रतिशत से भी कम थी. उत्तराखंड के चमोली, नैनीताल, ऑली व अन्य टूरिस्ट स्पॉट के भी यही हालात हैं.
उत्तराखंड के होटलों का भी यही हाल है. यहां भी 80 प्रतिशत तक होटल फुल हो चुके हैं. मॉल रोड पर लोग चहलकदमी करते नजर आ रहे हैं. पर्यटन कारोबारियों के मुताबिक नैनीताल में तकरीबन 80 प्रतिशत होटल फुल हो चुके हैं. इसके अलावा रामनगर, मुक्तेश्वर, पंगोट और भीमताल में भी तकरीबन 80 प्रतिशत होटल फुल हो गए हैं.
शिमला-मनाली में पैर रखने की जगह नहीं, अन्य जगह भी भीड़ भाड़
हिमाचल प्रदेश मे सबसे ज्यादा पर्यटकों ने शिमला और मनाली का रुख किया है. हिमाचल पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक यहां पिछले 4 दिन में 70 हजार वाहनों ने कुल्लू में एंट्री की है. शिमला, मनाली, धर्मशाला और कसोल में लाखों की संख्या में पर्यटक पहुंच चुके हैं. शिमला और मनाली में पैर रखने तक की जगह नहीं है. लाहौर स्पीति में भी तकरीबन 85 हजार टूरिस्ट पिछले 48 घंटे में पहुंचे हैं. भीड़ के हालात ऐसे हैं में लाहौल स्पीति पुलिस को ड्रोन से सर्विलांस कराना पड़ रहा है. यही हाल डलहौजी का भी है. यहां भी बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच गए हैं.
छोड़ दें पहाड़ पर जाने का विचार, जाएं तो पहले ये करें
यदि आप भी नया साल मनाने के लिए पहाड़ों का रुख करने वाले हैं तो सबसे पहले आपको होटल की प्रीबुकिंग करा लेनी चाहिए. इसके अलावा आप को इस बात के लिए भी तैयार रहना चाहिए कि अगर आप पहाड़ों पर 4 दिन की छुट्टियां मनाने जा रहे हैं तो होटल की बुकिंग पहले ही करा लें. यदि आपने ऐसा नहीं किया तो हो सकता है कि पहाड़ों में भरी ठंड के बीच आपको होटल ही न मिलें. यदि होटल मिल भी गए तो हो सकता है कि इसके लिए आपको मुंह मांगे दाम देने पड़ें.