मुनु महावर की मालदीव के उच्चायुक्त के साथ हुई बैठक, द्विपक्षीय मुद्दों पर हुई चर्चा
राजनयिक विवाद बढ़ने पर नई दिल्ली के रूख के बाद अब मालदीव की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आई है। कुछ ही घंटों बाद मालदीव ने भारतीय दूत को तलब किया है। भारत में मालदीव के राजदूत को विदेश मंत्रालय में तलब किया गया और मालदीव के कई मंत्रियों द्वारा पीएम मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई टिप्पणियों पर आपत्ति जताई थी। मालदीव सरकार ने मोदी के खिलाफ अपमानजनक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर अपने तीन उप मंत्रियों को निलंबित कर दिया। तीनों उप मंत्रियों ने लक्षद्वीप की यात्रा के बाद एक्स पर प्रधानमंत्री के पोस्ट के लिए उनकी आलोचना की थी और कहा था कि यह केंद्र शासित प्रदेश को मालदीव के वैकल्पिक पर्यटन स्थल के रूप में पेश करने का एक प्रयास है।
मालदीव की मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, युवा मंत्रालय में उप मंत्रियों मालशा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला महज़ूम माजिद को उनके पदों से निलंबित कर दिया गया है। मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के प्रमुख समुद्री पड़ोसियों में से एक है और माले की पिछली सरकार में दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्रों सहित समग्र द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति देखी गई। नये राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को चीन का करीबी माना जाता है। लगभग एक महीने पहले पदभार संभालने के बाद मुइज्जू ने मालदीव से भारतीय सैन्यकर्मियों की वापसी का आह्वान किया था।
दूतों की बैठक मालदीव द्वारा अपने तीन मंत्रियों – मालशा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला महज़ूम माजिद को निलंबित करने के एक दिन बाद हुई और एक बयान में कहा गया कि उनकी टिप्पणियाँ उनके व्यक्तिगत विचार थे और मालदीव सरकार का प्रतिनिधित्व नहीं करती थीं। पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह और मोहम्मद नशीद सहित मालदीव के कई राजनेताओं ने मंत्रियों की टिप्पणियों की निंदा की, इस बात पर प्रकाश डाला कि इस तरह के बयानों से दोनों देशों के बीच सदियों पुरानी दोस्ती को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए।