National Tourism Day 2024: क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय पर्यटन दिवस? जानें इतिहास और महत्व
देशभर में हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह खास दिन लोगों के जीवन में पर्यटन के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। भारत के लगभग हर राज्य में कई फेमस टूरिस्ट स्पॉट है। लेकिन जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, प्रयागराज, बनारस,अमृत्सर,दिल्ली,गुजरात, गोवा,जयपुर,नैनीताल,वाराणसी और महाराष्ट्र पर्यटन के नाम पर लोगों के बीच ज्यादा फेमस हैं। राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के इस खास मौके पर जानते हैं आखिर क्या है इस दिन को मनाने का इतिहास, थीम और महत्व।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का इतिहास-
भारत सरकार ने पहली बार साल 1948 में राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाया था। जिसके लिए पर्यटन यातायात समिति का गठन किया गया। इसके तीन साल बाद साल 1951 में कोलकाता और चेन्नई में पर्यटन दिवस के क्षेत्रीय कार्यालयों की शुरुआत के बाद दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में भी पर्यटन कार्यालय बनाए गए। साल 1998 में पर्यटन और संचार मंत्री के नेतृत्व में पर्यटन विभाग की स्थापना की गई।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस की थीम-
हर साल राष्ट्रीय पर्यटन दिवस की एक अलग थीम रखी जाती है। बता दें, इस साल की थीम है ‘स्टेबल जर्नी, टाइमलेस मेमोरी’।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस का महत्व-
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य भारतीय में मौजूद पर्यटन स्थलों का देश में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में प्रचार करना है। जिसका मकसद लोगों के रोजगार को बढ़ावा देकर भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती देना है।