Neeraj Chopra : नीरज चोपड़ा को हुआ हर्निया, खिलाड़ियों के लिए कितनी खतरनाक होती है ये बीमारी?
जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा को हर्निया की समस्या है. पेरिस ओलंपिक 2024 में नीरज ने सिल्वर मेडल जीता था. ओलंपिक की अपनी प्रतियोगिता के बाद अब उनकी सर्जरी हो सकती है. हर्निया के कारण उनको ग्रोइन एरिया (ऊपरी जांघ और निचले पेट के बीच की मांसपेशियां) में दर्द की परेशानी हो रही थी. इस परेशानी से निजात पाने के लिए वह अपनी सर्जरी करा सकते है. हर्निया की समस्या क्या होती है. ये कितने तरह की है और यह खिलाड़ियों के लिए कितनी खतरनाक है? इस बारे में जानते हैं.
हर्निया की समस्या शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है, लेकिन पेट और जांघों के आसपास इसके ज्यादा केस आते हैं. हर्निया जहां होता है वहां की मांसपेशियां कमजोर होने लगती है. उस हिस्से में एक गांठ बन जाती है तो बाहर की ओर निकल जाती है. उस हिस्से में हमेशा हल्का-हल्का दर्द बना रहता है. हर्निया भी कई तरह का होता है. इसमें अगर ग्रोइन एरिया यानी प्राइवेट पार्ट के आसपास हर्निया होता है तो उसे इन्गयुनल हर्निया कहते हैं. अगर बेली वटन या नाभी के आसपास हर्निया होता है तो उसे अंबलीकल और पेट के ऊपरी हिस्से में हर्निया होता है तो उसे हियाटल कहते हैं.
खिलाड़ियों में कौन सा हर्निया होता है?
लेडी हार्डिंग मेडिकल हॉस्पिटल में मेडिसिन विभाग के डॉ. प्रमोद कुमार बताते हैं की खिलाड़ियों में स्पोर्ट्स हर्निया ज्यादा होता है. ये मांसपेशियों में खिंचाव के कारण होता है. स्पोर्ट्स हर्निया का इलाज समय पर जरूरी है नहीं तो काफी परेशानी हो सकती है. स्पोर्ट्स हर्निया पेट के निचले हिस्से (ग्रोइन एरिया) में होता है. इसमें पेट के निचले हिस्से के आसपास काफी दर्द होता है और चलने- फिरने में भी परेशानी हो सकती है. मेडिकल की भाषा में स्पोर्ट्स हर्निया को एथलेटिक्स प्यूबैल्जिया कहा जाता है. यह हर्निया पेट के निचले हिस्से में ही होता है. इसका दर्द फिजिकल एक्टिविटी के दौरान थोड़ा बढ़ जाता है. इस समस्या से निजात पाने के लिए सर्जरी करानी पड़ती है. यह सर्जरी आसान होती है और इसमें रिकवरी भी जल्दी हो जाती है.
हर्निया के लक्षण क्या हैं?
सभी हर्निया लक्षणों का कारण नहीं बनते हैं और विभिन्न प्रकार के हर्निया अलग-अलग लक्षण पैदा कर सकते हैं. हर्निया का एक स्पष्ट संकेत एक गांठ या उभार है. हर्निया की गांठ बाहर आने पर आपको दबाव, हल्का दर्द या चुभन भी महसूस हो सकती है. अधिकतर मामलों में जब आप कोई फिजिकल वर्क करते हैं तब हर्निया की गांठ बाहर की ओर ज्यादा निकल जाती है. ऐसा काम जिसमें भारी सामान उठाना या कई घंटे खड़े रहना शामिल हो तो हर्निया होने का रिस्क अधिक होता है. हर्निया की समस्या बचपन में भी हो सकती है. तब हर्निया अधिकतर मामलों में नाभी के आसपास होता है.
खिलाड़ियों के लिए कितना खतरा
खिलाड़ियों में ग्रोइन एरिया में हर्निया एक आम समस्या है. सर्जरी के बाद यह आसानी से ठीक हो जाती है और इससे रिकवर होने में भी ज्यादा समय नहीं लगता है. हालांकि सर्जरी कब करानी है इसके लिए डॉक्टरों से सलाह लेना बहुत जरूरी है. हर्निया के इलाज के लिए डॉक्टर हर्निया रिपेयर सर्जरी करते है. छोटे चीरे को लगाकर ही यह सर्जरी हो जाती है. खिलाड़ियों के मामले में डॉक्टर लेप्रोस्कोपिक सर्जरी करते हैं. इसमें एक लेप्रोस्कोप का उपयोग किया जाता है. यह एक लंबी, पतली ट्यूब होती है जिसके सिरे पर एक रोशन कैमरा होता है. इससे आसानी से हर्निया की सर्जरी हो जाती है. रिकवरी भी कुछ दिनों में हो जाती है,