सिर और गर्दन के कैंसर पर रोक लगाने में मददगार नर्व ब्लोकिंग दवा, Study में खुलासा

एक नई रिसर्च से पता चला है कि नर्व की गतिविधि को मैनेज करने वाली दवाएं सिर और गर्दन के कुछ कैंसरों को बढ़ने से रोक सकती हैं। रिसर्चर ने बताया कि सेंसर नर्व ने इम्यूनिटी को स्पेसिफिक टी-सेल्स को उत्पन्न करने से रोककर ट्यूमर के विकास में तेजी लाने में मदद की, जो ट्यूमर टिश्यू के भीतर बीमारी से लड़ने के लिए महत्वपूर्ण हैं।

क्या कहते हैं रिसर्चर

रिसर्चर ने कहा कि इस प्रकार नर्व ब्लोकिंग एजेंटों का इस्तेमाल रेडिएशन और अन्य वर्तमान में उपलब्ध उपचार के साथ किया जा सकता है। ह्यूमन ट्यूमर टिश्यू पर आरएनए सीक्वेंसिंग करके, रिसर्चर ने पाया कि सेंसर नर्व ने कैल्सीटोनिन (Calcitonin) नामक एक प्रोटीन जारी किया, एक जीन से जुड़ा पेप्टाइड जो सीधे ट्यूमर वातावरण में इम्यूनिटी सेल्स को रोकता है। आरएनए सीक्वेंसिंग (RNA sequencing) जीन को समझने में मदद करता है।

यह देखा गया कि सर्जरी, जेनेटिक रूप से या दवाओं के इस्तेमाल के जरिए नसों को ब्लॉक करने से टी-सेल एक्टिविटी में वृद्धि होती है और लगभग छह सप्ताह तक कैंसर की स्पीड रुक जाती है।

रिसर्चर ने कहा कि गबापेंटिन और बोटोक्स जैसी न्यूरल एक्टिविटी को ब्लॉक करने वाली दवाएं रेडिएशन उपचार के साथ उपयोग किए जाने पर विशेष रूप से प्रभावी पाई गईं।

इलाज पर क्या कहते हैं लेखक

स्टडी के सीनियर राइटर और सीयू स्कूल ऑफ मेडिसिन में रेडिएशन ऑन्कोलॉजी के प्रोफेसर सना करम के अनुसार, उपचार में रेडिएशन के साथ सिनर्जिस्ट इफेक्ट हो सकता है और वर्तमान उपलब्ध उपचार के मुकाबले संभावित रूप से कम जहरीला हो सकता है।

इसके पीछे के मैकेनिज्म की तह तक जाना चाहते हैं ताकि उन रोगियों के लिए बेहतर इलाज विकसित कर सकें, जो कीमोथेरेपी या रेडिएशन बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। नर्व एक्टिविटी को देख रहे हैं और उन्हें कैसे रोक सकते हैं और जांच कर रहे हैं कि यह कैंसर के विकास को कैसे प्रभावित करता है।

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