500 रूपए का नया नोट हुआ जारी, हटाई गई लाल किले और महात्मा गांधी की फोटो! जानिये क्या है सच
पिछले महीने अयोध्या में पूरे देश से भक्त भगवान राम (bhagwan ram) की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के लिए पहुंचे थे और तभी से ये खबरें भी वायरल होना शुरू हो गयी है की रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) जल्दी ही 500 रूपए के नए नोट जारी करने वाली है |
सोशल मीडिया पर राम मंदिर के प्रिंट वाला 500 रुपए का नोट चर्चा का विषय बन गया है। लेकिन, क्या सच में RBI ने सच में राम मंदिर की सीरीज वाले 500 रुपए जारी कर दिए हैं? अगर आपको भी ऐसा कोई नोट मिला है तो आइए आपको इसकी सच्चाई बताते हैं…
सोशल मीडिया पर किया जा रहा है यह दावा
जनवरी महीने के अंत से ही सोशल मीडिया पर नई सीरीज के 500 रुपये के बैंक नोट की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें महात्मा गांधी (mahatma gandhi) की जगह भगवान श्री राम की तस्वीर लगी हुई है.
दावा किया जा रहा है कि राम मंदिर के अभिषेक समारोह से पहले सरकार ने नई सीरीज के नोटों से महात्मा गांधी की तस्वीर को हटाते हुए उस पर भगवान श्री राम की तस्वीर को लगाने का फैसला लिया है। लेकिन फैक्ट चेक में इसकी अलग ही सच्चाई सामने आई है।
फैक्ट चेक के दौरान ये बात आई सामने
फैक्ट चेक करने वाली एक वेबसाइट ने जब इस मामले की तह तक जाने की कोशिश की तो पता चला की राम की तस्वीर के साथ वायरल हो रही 500 रुपये के नोटों की तस्वीर एडिटेड और फेक है। नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर को बदलने के बारे में कोई फैसला नहीं लिया गया है।
ये है सच्चाई
बैंक नोटों में किए जाने वाले बदलाव के बारे में हमें ऐसी कोई सूचना आरबीआई की वेबसाइट पर नहीं मिली और न ही किसी न्यूज रिपोर्ट्स में इसकी जानकारी दी गई है.
आरबीआई की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, मौजूदा चलन वाले नई सीरीज के 2000 रुपये, 500 रुपये, 200 रुपये, 100 रुपये, 50 रुपये, 20 रुपये और 10 रुपये के नोटों पर महात्मा गांधी की ही तस्वीर लगी हुई है।
RBI ने दिया एक और महत्वपूर्ण अपडेट
500 रुपये के नोट को लेकर सोशल मीडिया पर एक और ऐसी अफवाह फैली कि केंद्रीय बैंक (RBI) को भी सामने आना पड़ा। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने ‘स्टार’ निशान (*) वाले नोट की वैधता को लेकर सोशल मीडिया पर जताई जा रही तमाम आशंकाओं को खारिज किया।
RBI ने जारी बयान में कहा कि गलत छपाई वाले नोट की जगह जारी किए जाने वाले नोट पर अंकित संख्या वाले पैनल में स्टार का निशान जोड़ा गया है। इस स्टार निशान को देख कर कुछ लोगों ने इसे दूसरे 500 रुपये के नोट से तुलना करते हुए नकली या अवैध बताया, जिसके बाद आरबीआई (RBI) ने संज्ञान लेते हुए जानकारी दी है।
केंद्रीय बैंक ने बताया कि सीरियल नंबर वाले नोटों की गड्डी में गलत ढंग से छपे नोट के बदले स्टार निशान वाले नोट जारी किए जाते हैं। यह स्टार का निशान नोट के नंबर और उसके पहले दर्ज होने वाले अक्षरों के बीच में लगाया जाता है।
नोट पर स्टार निशान का क्या है मतलब
आरबीआई (Reserve Bank of India Notification) ने यह स्पष्ट किया कि स्टार निशान वाला बैंक नोट किसी भी दूसरे वैध नोट की ही तरह है। उसका स्टार निशान बस यह दिखाता है कि उसे बदले गए या दोबारा प्रिंट किए गए नोट की जगह जारी किया है।
बता दें कि स्टार नोट का प्रचलन नोट की प्रिंटिंग को आसान बनाने, लागत कम करने के लिए साल 2006 में शुरू हुआ था। इससे पहले RBI गलत प्रिंट होने वाले नोट को उसी नंबर के सही नोट से बदलता था। किसी भी आम व्यक्ति के लिए असली और नकली नोट में फर्क करना काफी मुश्किल होता है।
जालसाजों की ओर से नकली नोटों की छपाई कुछ इस तरह से की जाती है, कि दोनों देखने में बिल्कुल एक जैसे लगते हैं। पिछले कुछ समय में 500 रुपये के नोट में जालसाजी के अधिक मामले देखने को मिले हैं।
लोगों की इसी समस्या को देखते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की ओर से 500 रुपये के नोट से जुड़ी अहम जानकारियां जारी की गई हैं, जिसके जरिए आप आसानी से असली और नकली नोट में फर्क कर पाएंगे।
500 के असली नोट की ये है पहचान
रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, 500 रुपये के असली नोट का साइज 63 मिमी*150मिमी है। नोट का कलर स्टोन ग्रे है। वहीं, नोट के डिजाइन में जियोमेट्रिक पैटर्न को शामिल किया है। नोट पर बीच में महात्मा गांधी की तस्वीर मध्य में और पीछे लाल किले को दर्शाया गया है।
गौर करने वाली बात ये है कि इसमें नोट के पीछे लाल किले पर दर्शाया गया तिरंगा ही अपने असली रंग में है। 500 रुपये के नोट पर देवनागरी और अंग्रेजी में मूल्य को दर्शाया गया है। नोट पर आगे और पीछे दोनों ही तरफ आपको ये दिखेगा। नोट पर 500 भी बेहद छोटे- छोटे अंकों में पैटर्न के रूप में उल्लेख किए हैं।
ऐसे पता कर सकते हैं अंतर
500 रुपये के नोट पर बाईं ओर और नीचे दाईं ओर छोटे से बड़े अक्षरों में बढ़ता हुआ अंकों का पैनल है। नोट पर RBI के प्रॉमिस क्लॉज के साथ गवर्नर के साइन और दाईं तरफ महात्मा गांधी की तस्वीर और 500 के मूल्य का इलेक्ट्रोटाइप वॉटरमार्क है। नोट पर लगी सिक्योरिटी थ्रेट के बदलते रंग से भी आप आसानी से असली और नकली के बीच का अंतर जान सकते हैं।
500 रुपये के नोट ने बढ़ाई RBI की टेंशन
हाल ही में आई RBI की सालाना रिपोर्ट में 500 रुपये के नोटों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल, 2 हजार रुपये के गुलाबी नोट बंद होने के बाद अब देश में सबसे बड़ा ये करेंसी नोट रिजर्व बैंक (RBI) के लिए बड़ा सिरदर्द बनता जा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार 500 के नकली नोट की घुसपैठ में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। 2022-23 में 500 रुपये के करीब 91 हजार 110 नकली नोट पकड़े गए थे, जो 2021-22 मुकाबले 14.6 प्रतिशत ज्यादा है। 2020-21 में 500 रुपये के 39453 नकली नोट पकड़े गए थे। वहीं 2021-22 में 76 हजार 669 के नकली नोट पकड़े गए थे।
20 रुपये के नकली नोटों में भी बढ़ी घुसपैठ
इस साल 500 रुपये के अलावा 20 रुपये के नकली नोटों की संख्या में भी भारी बढ़ोतरी हुई है। 2022-23 में 20 रुपये के नकली नोटों में 8.4 प्रतिशत की तेजी आई है। वहीं 10 रुपये के नकली नोटों की संख्या में 11.6 प्रतिशत, 100 रुपये के नकली नोटों की संख्या में 14.7 फीसदी की कमी आई है।
नकली नोट के अलावा रिजर्व बैंक ने अपनी एनुअल रिपोर्ट में नोटों पर होने वाली छपाई की भी जानकारी दी है। RBI ने 2022-23 में कुल 4 हजार 682.80 करोड़ रुपये नोट छापने के लिए खर्च किए थे। वहीं 2021-22 में नोटों की छपाई पर 4 हजार 984.80 करोड़ खर्च आया था।
10 और 500 के नोटों की सर्कुलेशन में है बड़ी हिस्सेदारी
अगर सर्कुलेशन की बात करें, तो सबसे ज्यादा सर्कुलेशन में 10 रुपये और 500 रुपये के नोट हैं। 31 मार्च तक वॉल्यूम के हिसाब से देश के कुल करेंसी सर्कुलेशन का 37.9 फीसदी 500 के नोट है। इसके बाद 10 रुपये के नोट की हिस्सेदारी 19.2 प्रतिशत है। ऐसे में 500 रुपए के नकली नोटों को सिस्टम से साफ करना रिजर्व बैंक-RBI की बड़ी जिम्मेदारी है।