new expressway : अब दिल्ली से 8 घंटे में तय होगा मुंबई तक का सफर, 180 की स्पीड से दौड़ेगी गाड़ी
हम बात कर रहे हैं समृद्धि एक्सप्रेसवे की, जो मुंबई से नागपुर (Mumbai-Nagpur Expressway) के बीच बनाया जा रहा है. 701 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे अभी 6 लेन का बनाया जा रहा है, जिसे भविष्य में 8 लेन कर दिया जाएगा.
इस पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्ता से कार चलाई जा सकती है. सबसे खास बात ये है कि इस एक्सप्रेसवे पर आने वाले समय में 150 की स्पीड में गाडि़यां चलाई जा सकेंगी.
माना जा रहा है कि यह देश का सबसे तेज एक्सप्रेसवे होगा, क्योंकि ज्यादातर एक्सप्रेसवे की स्पीड अभी 120 किलोमीटर प्रति घंटा ही रखी गई है.
एक्सप्रेसवे का बड़ा हिस्सा पहाड़ों के बीच से गुजर रहा है, जहां भी आप 100 की स्पीड में कार चला सकेंगे. यह स्पीड लिमिट 8 सीटर गाडि़यों के लिए है. इससे ज्यादा कैपिसिटी वाली गाडि़यों के लिए स्पीड लिमिट 100 किलोमीटर प्रति घंटा है, जो पहाड़ी जगहों पर 80 किलोमीटर रह जाएगी.
इसके तैयार होने के बाद दोनों शहरों के बीच पड़ने वाले 10 और जिलों को इसका फायदा मिलेगा. इसमें नागपुर, वर्धा, अमरावती, वासिम, बुलढाना, जालना, औरंगाबाद, नासिक, अहमदनगर और थाणे शामिल हैं.
इसके अलावा 14 और जिले इससे कनेक्ट हो जाएंगे. इस एक्सप्रेसवे को तैयार करने में करीब 50 हजार करोड़ रुपये का खर्चा आ रहा है.
एक्सप्रेसवे के ज्यादातर हिस्से को ट्रैफिक के लिए खोला जा चुका है और 2024 के आखिर तक यह पूरी तरह कम्पलीट हो जाएगा. अब इसके दोनों किनारों पर 12.68 लाख पेड़ लगाए जा रहे हैं.
इसके रास्ते से शिरडी और त्रयंबकेश्वर जाना काफी आसान हो जाएगा. एक्सप्रेसवे से शिरडी की दूरी 5 किलोमीटर तो त्रयंबकेश्वर शिव मंदिर की 14 किलोमीटर है.
एक्सप्रेसवे के रास्ते में 65 फ्लाईओवर बनाए जा रहे हैं. इसके अलावा 24 इंटरचेंज, 6 टनल यानी सुरंगे, 300 अंडरपास, 400 पैदल यात्रियों के लिए अंडरपास और जानवरों के लिए अंडरपास बनाए जा रहे हैं. यह एक्सप्रेसवे ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार पैदा करने में काफी मदद करेगा.
समृद्धि महामार्ग पर बनने वाली टनल को ऑस्ट्रेलियाई टनल तकनीक से बनाया जा रहा है. इसकी औसत ड्यूरेबिलिटी 100 साल की रहेगी. रूट पर पड़ने वाली सबसे लंबी टनल 7.74 किलोमीटर की है. इसके जरिये अभी जो दूरी तय करने में 25 मिनट लगते हैं, उसे महज 5 मिनट में पूरा किया जा सकता है.
एक्सप्रेसवे के किनारे जमीनों के दाम भी बढ़ेंगे और रियल एस्टेट का बिजनेस भी खूब फैलेगा. सरकार ने प्लान बनाया है कि इसके दोनों तरफ 13 नए शहर बसाए जाएंगे. जाहिर है कि इन शहरों को बसाने के लिए आसपास की जमीनों को खरीदा जाएगा और रियल एस्टेट का बिजनेस खूब बढ़ेगा