UPI का नया नियम, 4 घंटे तक नहीं होगी Payment, जानें किन यूजर्स पर लगेगी रोक
UPI का इस्तेमाल तो ज्यादातर लोग करते हैं, लेकिन इससे जुड़े नियमों के बारे में बहुत कम लोगों को पता है। समय के साथ नियमों में लगातार बदलाव भी होता रहता है। भारतीय ग्राहकों के लिए पेमेंट करने से लेकर रिसीव करने तक में काफी बदलाव किए गए हैं। 2024 में UPI Transaction की संख्या में बढ़ोत्तरी की बात भी कही जा रही है। यही वजह है कि सरकार भी इसको लेकर नए फैसले ले रही है।
UPI नियमों को लेकर लगातार नए फैसले लिए जा रहे हैं। हाल ही में एक बड़ा बदलाव ट्रांजैक्शन लिमिट को बढ़ाने को लेकर किया गया है। अब आप अस्पताल, शैक्षणिक संस्थानों में 5 लाख रुपए तक की पेमेंट कर सकते हैं। जबकि पहले ये लिमिट सिर्फ 1 लाख रुपए तक थी। यानी इसकी मदद से संस्थानों और यूजर्स दोनों को ही फायदा होने वाला है। इससे लोगों को काफी फायदा हो सकता है।
National Payments Corporation of India (NPCI) ने सेकेंडरी मार्केट के लिए UPI इंट्रोड्यूस की है। अभी ये अपने बीटा फेस में है। सेकेंडरी मार्केट के लिए UPI कई मायनों में मदद करेगी। इसकी मदद से आपके लिए निवेश करना भी काफी आसान हो जाएगा। ट्रेडिंग सेटलमेंट इसकी मदद से काफी आसान बन जाएगा। क्योंकि यह सिंगल-ब्लॉक-मल्टीपल-डेबिट फैसिलिटी पर काम कर रहा है। इससे ग्राहकों को ट्रांसपेरेंसी और फुल कंट्रोल मिलता है।
QR Code की मदद से भी एटीएम से पैसे निकाले जा सकते हैं। अभी इस पर काम किया जा रहा है और ये अभी पायलट फेस में है। दरअसल अब आप QR Code स्कैन करके जब पेमेंट करेंगे तो एटीएम मशीन की मदद से आपको कैश मिल जाएगा। दरअसल ये ग्राहकों को बेहतर सुविधा देने के लिए किया गया है। अब UPI के लिए कूलिंग पीरियड का समय भी 4 घंटे का कर दिया गया है। यानी आप पहले ग्राहक को 2 हजार रुपए तक पेमेंट करेंगे।