‘कोई नहीं समझ सकता…’ जानें केएल राहुल ने ऐसा क्यों कहा
भारतीय टीम अभी दक्षिण अफ्रीका में मौजूद है. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन में खेले गए दूसरे टेस्ट मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को सात विकेट से हराकर टेस्ट सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली. सेंचुरियन में खेले गए पहले टेस्ट मुकाबले में मिली हार के बाद, भारतीय टीम ने दूसरे मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया. भारतीय टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और सिराज ने कमाल की गेंदबाजी की. पहली पारी के दौरान सिराज ने नौ ओवर में 15 रन देकर छह विकेट चटकाए. वहीं दूसरी पारी में जसप्रीत बुमराह ने 13.5 ओवर में 61 रन देकर छह बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया. सिराज की पारी के बदौलत दक्षिण अफ्रीका की टीम सिर्फ 55 रन पर सिमट गई. वहीं दूसरी पारी में दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज एडेन मार्करम ने पारी को संभालते हुए शतकीय पारी खेली. एडेन मार्कराम ने 103 गेंदों में 17 चौके और दो छक्के की मदद से 106 रन बनाए. इनकी पारी की बदौलत दक्षिण अफ्रीका की टीम 176 रन तक पहुंची. वहीं दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने 79 रन के आसान लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया. बता दें ये टेस्ट मुकाबला फेंके गए ओवरों के मामले में अब तक का सबसे छोटा टेस्ट बन गया, जिसने 1932 में एमसीजी में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच बनाए गए रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया.
टीम सेंचुरियन टेस्ट के लिए तैयार थी: केएल राहुल
टेस्ट मैच के खत्म होने के बाद भारतीय टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज केएल राहुल ने टेस्ट के बारे में विस्तार से बात करते हुए कहा कि खिलाड़ी भी इस तरह के टेस्ट का हिस्सा बनकर हैरान थे. उन्होंने कहा, ”जाहिर है, यह बहुत खुशी की बात है कि हमने केपटाउन में पहली बार जीत हासिल की है. यह मेरी तीसरी श्रृंखला है और जब भी हम यहां आए, हम हमेशा खेल में थे, लेकिन एक सत्र में अच्छी बल्लेबाजी नहीं करने पर हम टेस्ट मैच हार गए. बहुत खुशी है कि हम यह जीत हासिल कर सके और यह बहुत खास है. अपनी भावनाओं के बारे में बताए तो, ईमानदारी से कहें तो कोई भी नहीं समझ सकता. राहुल ने कहा, ऐसा लगता है जैसे अभी-अभी टॉस हुआ और मैच खत्म हो गया. हमारी टीम को लेकर यह बार-बार कहा गया कि भारत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिए तैयार नहीं था. सेंचुरियन में भारत की पारी की हार के बाद, रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम को महत्वपूर्ण जांच का सामना करना पड़ा, जिसमें सुझाव दिया गया कि इंट्रा-स्क्वाड मैच टीम के लिए प्रभावी साबित नहीं हो रहे थे. आलोचना के बावजूद, राहुल ने ऐसे दावों का खंडन किया और कहा कि टीम सेंचुरियन टेस्ट के लिए अच्छी तरह से तैयार थी.
भारत के बाहर टेस्ट जीत हमारे लिए मायने रखती है: राहुल
राहुल ने अपनी बातों को आगे रखते हुए कहा, ‘थोड़ी सी योजना और दृष्टिकोण में थोड़ा बदलाव टीम के लिए जरूरी था. हम यह नहीं कह सकते कि आखिरी टेस्ट मैच में हम तैयार नहीं थे.’ हम तैयार थे लेकिन टेस्ट मैचों में कई बार ऐसा होता है कि विपक्षी टीम वास्तव में आपको टेस्ट मैच से बाहर कर देती है. हमें इसकी आदत नहीं है. पिछले चार से पांच वर्षों में, हम एक ऐसी टीम रहे हैं जो वास्तव में सामने वाली टीम को टक्कर दे रही है. हमने भारत के बाहर सीरीज जीतीं. तो उसके लिए तैयार नहीं थे. यह हमारे लिए बहुत बड़ी हिट थी.’ यह बताता है कि हम टेस्ट क्रिकेट खेलने का कितना आनंद लेते हैं, हम अपने देश के लिए खेलने को कितना महत्व देते हैं और भारत के बाहर टेस्ट जीत हमारे लिए कितनी मायने रखती है.