अब इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में भी दबदबा बनाने की तैयारी में मारुति; 35000 करोड रुपये का करने जा रही निवेश
भारत में सबसे अधिक कार बिक्री करने वाली कंपनी मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) ने इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में देर से एंट्री की है। हालांकि, अब कंपनी इस क्षेत्र में फोकस बढ़ाना चाहती है। इस दशक के अंत तक मारुति की कम से कम 6 इलेक्ट्रिक कार लॉन्च करने की योजना है। मारुति की पहली इलेक्ट्रिक कार ईवीएक्स कॉम्पैक्ट एसयूवी (eVX compact SUV) होगी जो आने वाली हुंडई क्रेटा EV और टाटा कर्ववी EV को टक्कर देगी। वहीं, घरेलू बाजार के साथ-साथ मारुति सुजुकी अपने ईवी के निर्यात को भी लक्ष्य बनाएगी।
मारुति करेगी 750 करोड़ रुपये का निर्यात
दूसरी ओर कंपनी एडवांस्ड लिथियम-आयन बैटरी सेल और बैटरी पैक भी निर्यात करेगी। कंपनी का इसी साल से निर्यात शुरू करने का लक्ष्य है। बता दें कि मारुति सुजुकी EV और इसके पार्ट को जापान और यूरोपीय देश में निर्यात करेगी। प्लानिंग के बारे में बोलते हुए, मारुति सुजुकी इंडिया के कार्यकारी निदेशक राहुल भारती ने कहा कि कंपनी चालू वित्त वर्ष में 750 करोड़ रुपये के निर्यात पर विचार कर रही है। निर्यात में बैटरी सेल, बैटरी पैक और मॉड्यूल शामिल होंगे।
3200 करोड़ रुपये का फंड आवंटित किया है
मारुति सुजुकी बैटरी सेल और पैक ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स पावर प्राइवेट लिमिटेड (AEPPL) से लेती है। इसके पार्ट का निर्माण हंसलपुर, गुजरात में लिथियम-आयन बैटरी संयंत्र में किया जाता है। सुजुकी ग्रुप ने सुजुकी मोटर गुजरात (SMG) प्लांट के विस्तार के लिए 3,200 करोड़ रुपये का फंड आवंटित किया है। वर्तमान में इसकी उत्पादन क्षमता 7.5 लाख यूनिट प्रति वर्ष है। बता दें कि सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन की मारुति सुजुकी में लगभग 58 पर्सेंट हिस्सेदारी है।
2031 तक होंगे 28 मॉडल
सुजुकी गुजरात में एक नया प्लांट भी स्थापित कर रही है। इस परियोजना के लिए 35,000 करोड़ रुपये का निवेश निर्धारित किया गया है। नए संयंत्र की उत्पादन क्षमता 1 मिलियन यूनिट प्रति वर्ष होगी। बढ़ी हुई उत्पादन क्षमता के साथ, मारुति घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में अपनी कारों की बढ़ती मांग को संभालने में सक्षम होगी। वित्त वर्ष 2030-31 तक कंपनी के पोर्टफोलियो में कुल 28 मॉडल होंगे। अभी इसके 18 मॉडल हैं।