पाकिस्तानी जासूस की गिरफ्तारी पर विदेश मंत्रालय बोला- जांच एजेंसियों के साथ हम काम कर रहे हैं
यूपी एटीएस ने मॉस्को में तैनात भारतीय दूतावास के एक कर्मचारी को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अब इस पूरे घटनाक्रम को लेकर विदेश मंत्रालय का बयान आया है।
मंत्रालय ने कहा कि उसे सतेंद्र सिवाल की गिरफ्तारी के बारे में पता है। आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को कहा कि विदेश मंत्रालय (एमईए) जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए शख्स से संबंधित मामले में जांच अधिकारियों के साथ काम कर रहा है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि, उसे मॉस्को में भारतीय दूतावास के कर्मचारी सतेंद्र सिवाल की गिरफ्तारी की जानकारी है। सतेंद्र सिवाल कथित तौर पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी कर रहा था। सूत्रों के मुताबिक विदेश मंत्रालय इस मामले पर जांच अधिकारियों के साथ काम करेगा।
बता दें कि, हापुड़ के शाहमहिउद्दीनपुर गांव के रहने वाले सतेंद्र सिवाल की पहचान इस जासूसी नेटवर्क में एक प्रमुख सदस्य के रूप में की गई है। वह कथित तौर पर मॉस्को में भारतीय दूतावास में अपने पद का फायदा उठाकर गोपनीय दस्तावेज निकाल रहा था। सतेंद्र सिवाल विदेश मंत्रालय का कर्मचारी है।
सतेंद्र 2021 से मॉस्को में भारतीय दूतावास में काम कर रहा है। पूछताछ के दौरान सतेंद्र एटीएस के सवालों का कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सका, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
एटीएस ने अपने बयान में कहा कि सतेंद्र की इलेक्ट्रॉनिक और फिजिकल सर्विलांस से पता चला है कि वह आईएसआई नेटवर्क के सपंर्क में था। सतेंद्र पैसों के बदले आईएसआई को रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्री और भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों की रणनीतिक गतिविधियों के बारे में जानकारी साझा कर रहा था।
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