लोहड़ी पर्व मौके पर इन संयोगों में करें पूजा-अर्चना, जल्द पूरी होगी हर मनोकामना
लोहड़ी का पर्व हर साल मकर संक्रांति से एक दिन पहले बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. लोहड़ी पर्व अपने आप में विशेष महत्व रखता है. सिख समुदाय के लोग बड़े ही उत्सा से लोहड़ी का पर्व मनाते हैं. ज्योतिषियों की मानें तो इस वर्ष 15 जनवरी को मकर संक्रांति है. इससे एक दिन पूर्व यानी 14 जनवरी को लोहड़ी मनाया जाएगा. इस दिन रवि योग समेत कई शुभ योग बन रहे हैं. इन योग में लोहड़ी मनाने से कई गुना फल प्राप्त होगा. आइए जानते हैं कि वो कौन से 3 संयोग हैं जिससे इस लोहड़ी पर्व का महत्व और अधिक बढ़ गया है.
पंडित राजेन्द्र तिवारी का कहना है कि सूर्य देव 15 जनवरी को देर रात धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे. इसलिए इस वर्ष 2024 में 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाई जाएगी. इससे एक दिन पहले लोहड़ी पर्व मनाया जाएगा. इस दिन संक्रांति तिथि संध्याकाल 08 बजकर 57 मिनट पर है.
ये हैं शुभ संयोग
लोहड़ी पर्व के मौके सबसे पहले गर करण का निर्माण हो रहा है. इस योग का निर्माण सुबह 07 बजकर 59 मिनट तक है. इसके बाद सुबह 10 बजकर 22 मिनट से रवि योग का निर्माण हो रहा है. इस योग का निर्माण 15 जनवरी को सुबह 07 बजकर 15 मिनट तक है. साथ ही वणिज करण का निर्माण संध्याकाल 06 बजकर 27 मिनट से हो रहा है. इस दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 09 मिनट से 12 बजकर 51 मिनट तक है. वहीं, गोधूलि बेला शाम 05 बजकर 42 मिनट से 06 बजकर 09 मिनट तक है.
लोहड़ी के लिए ये हैं विशेष शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 05 बजकर 27 मिनट से 06 बजकर 21 मिनट तक रहेगा.
विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 15 मिनट से 02 बजकर 57 मिनट तक रहेगा.
गोधूलि मुहूर्त – शाम 05 बजकर 42 मिनट से 06 बजकर 09 मिनट तक रहेगा.
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12 बजकर 03 मिनट से 12 बजकर 57 मिनट तक रहेगा.
लोहड़ी पर्व के मौके पर 3 अद्भुत संयोग के पड़ने से इसका त्योहार का महत्व और अधिक बढ़ गया है. इसलिए इन संयोगों में पूजा करने से लोगों की मनोकामनाएं पूरी हो सकती है. इसलिए इन शुभ मुहूर्त में ही लोहड़ी की विधि-विधान से पूजा करें.