ओवर कॉन्फिडेंस पड़ा भारी? इस एक गलती से पकड़े गए सलमान के घर गोली चलाने वाले सागर और विक्की
एक्टर सलमान खान के घर के बाहर हुई फायरिंग मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों के तार बिहार से जुड़े हुए हैं. पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपियों को गुजरात के भुज से आज ही गिरफ्तार किया है.
इनका नाम सागर पाल और विक्की गुप्ता है, जो मूल रूप से बिहार के चंपारण के रहने वाले हैं. बता दें कि सलमान खान और उनके परिवार को मुंबई क्राइम ब्रांच ने इस मामले में दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी दे दी है. घटना के बाद से ही परिवार काफी चिंतित था.
सलमान के घर के बाहर हुई फायरिंग के बाद से ही मुंबई क्राइम ब्रांच की एक टीम इस पर सख्ती से नजर बनाए हुए थी. गिरफ्तारी के बाद सामने आई जानकारी के मुताबिक क्राइम ब्रांच की एक टीम फिलहाल बिहार के चंपारण जिले में भी इसी केस पर काम कर रही है. ऐसे में यह जानना भी काफी दिलचस्प हो जाता है कि मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम आखिर इन दोनों को गिरफ्तार करने में कामयाब कैसे हो पाई.
कैसे हो सकी गिरफ्तारी?
दरअसल घटना के बाद भी दोनों आरोपियों के मोबाइल फोन चालू थे, जो मामले की जांच कर रही पुलिस के लिए सबसे बड़ा प्लस पॉइंट था. क्राइम ब्रांच ने खबरियों और ट्रैकिंग सीसीटीवी कैमरों के अपने नेटवर्क को सक्रिय कर दिया था. उन्होंने दोनों आरोपियों के फोन को भी ट्रैक करना शुरू कर दिया था. उनकी लोकेशन गुजरात के कच्छ में ट्रैक की गई थी.
आधी रात क्राइम ब्रांच को मिली कामयाबी
फिर क्राइम ब्रांच की टीम को सोमवार दोपहर उन दोनों की लोकेशन का पता चल गया और एक टीम गुजरात भेजी गई. टीम ने मुंबई से राजकोट के लिए उड़ान भरी. राजकोट हवाई अड्डे से, वे सड़क मार्ग से गए और कच्छ स्थान तक लगभग 350 किलोमीटर की यात्रा की. क्राइम ब्रांच के अधिकारी इन आरोपियों की फोन लोकेशन ट्रैक कर रहे थे. टीम नखत्राणा पहुंची और स्थानीय पुलिस को सूचित किया और स्थानीय पुलिस स्टेशन से चार पुलिसकर्मियों को अपने साथ ले गई, क्योंकि आरोपियों के पास संभवतः हथियार होंगे. इस बीच उन्होंने आरोपी के स्थान तक पहुंचने के लिए निकटतम पुलिस को पहले ही सूचित कर दिया था.
आखिरकार आधी रात के आसपास आरोपियों को कच्छ के प्रमुख आशापुर माता मठ मंदिर से हिरासत में ले लिया गया. उन्हें सड़क मार्ग से भुज लाया गया. बाद में उन्हें भुज से एयर इंडिया फ्लाइट के जरिए मुंबई ले जाया गया.
नदीं में फेंक दिए थे हथियार
भुज के एसपी महेंद्र बागरिया ने आजतक से एक्सक्लूसिव बात करते हुए इसकी पुष्टि की और कहा, ‘प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हथियार 13 अप्रैल की रात को बांद्रा में एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा दोनों आरोपियों को दिया गया था. वे पनवेल में रह रहे थे और सलमान के आवास की बाइक और ऑटोरिक्शा से रेकी की थी. इसके बाद 14 अप्रैल को सलमान खान के घर के बाहर उन्होंने फायरिंग दी. उन्होंने हमारे अधिकारियों को बताया कि उन्होंने हथियार फेंक दिए हैं.’
हरियाणा में जुड़ा बिहार कनेक्शन
आइए अब आपको इन दोनों आरोपियों का बिहार कनेक्शन बताते हैं. जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी सागर पाल ने दो साल तक हरियाणा में काम किया, जहां वह लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के संपर्क में आया. विक्की गुप्ता भी हरियाणा में नौकरी करता था और यहीं वह सागर पाल के संपर्क में आया. दोनों ही शूटर बिहार के पश्चिमी चंपारण के नरकटिया तहसील के मसही गांव के रहने वाले हैं.
सूत्रों की मानें तो सलमान के घर के बाहर फायरिंग का प्लान काफी पहले बनाया गया. इसी प्लान के मुताबिक दोनों आरोपी 28 फरवरी को मुंबई आए. अगले ही दिन वे सलमान खान के घर की रेकी के लिए बांद्रा गए. वे ताज लैंड्स एंड होटल भी गए.
बीच में लिया होली का ब्रेक
इसके बाद वे पनवेल के हरिग्राम गांव में रहने चले गए. फिर 10 मार्च को रेंट एग्रीमेंट हुआ. दोनों ने रेंट एग्रीमेंट के लिए अपना मूल आधार कार्ड दिया. रेंट एग्रीमेंट 11 महीने के लिए हुआ था. उन्होंने 2 अप्रैल को 24 हजार रुपए में बाइक खरीदी. 29 फरवरी से 1 मार्च तक आरोपियों द्वारा सलमान खान के बांद्रा स्थित आवास की नियमित रेकी की गई. 25 मार्च को दोनों आरोपी होली मनाने बिहार के चंपारण जिले में गए थे. गांव में होली मनाकर 1 अप्रैल को वे वापस मुंबई आ गए. मुंबई में ही उन्हें हथियार पहुंचाए गए. इन्हें भारतीय नंबर के जरिए निर्देश दिए जा रहे थे.
आरोपी कैसे पहुंचे गुजरात?
आरोपों के मुताबिक विक्की और सागर ही बाइक से रविवार को तड़के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर पहुंचे और फायरिंग को अंजाम देने के बाद दोनों फरार हो गए. पुलिस ने बताया कि दोनों फायरिंग करने के बाद मुंबई से चले गए थे और बाद में दर्शन के लिए कच्छ के आशापुरा मंदिर गए थे.
गुजरात की जेल में ही बंद है लॉरेंस बिश्नोई
यहां गौर करने वाली बात यह भी है कि लॉरेंस बिश्नोई गुजरात के साबरमती जेल में ही कैद है.
मुंबई से बिहार पहुंची सलमान केस की जांच, आरोपियों के परिवार से पुलिस की पूछताछ
पहले भी सामने आ चुका है लॉरेन्स का बिहार कनेक्शन
आपको बता दें कि गिरफ्तार शूटर विक्की गुप्ता की उम्र 24 साल और सागर श्रीजोगेन्द्र पाल महज 21 साल का है. बिहार कनेक्शन सामने आने के बाद राज्य पुलिस भी अलर्ट हो गई है. यह पहली बार नहीं है जब लॉरेंस के गुर्गे बिहार से पकड़े गए हों, इससे पहले भी उसके गैंग के दो शूटर बिहार से पकड़े जा चुके हैं. पिछले साल अक्टूबर में लॉरेंस बिश्नोई के सबसे खास और खूंखार शार्प शूटर शशांक पांडेय को पुलिस पाल-भारत सीमा के पास आधुनिक असलहों और कारतूस के साथ अरेस्ट किया था. इसके अलावा दूसरा शूटर त्रिभुवन साह भी पुलिस के हत्थे चढ़ा था.
कई राज्यों में की थी छापेमारी
इससे पहले आरोपियों की धरपकड़ के लिए मुंबई पुलिस कई राज्यों में छापेमारी कर रही थी. लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े पिछले मामलों में शामिल संदिग्धों की जांच के लिए राजस्थान पुलिस की एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) को शामिल किया गया था. इसके अलावा सलमान खान के घर से जुड़े मामले का तार हरियाणा के शूटरों से जुड़ने के बाद हरियाणा पुलिस भी एक्टिव हुई थी.
पहले आया था कालू का नाम
इससे पहले सलमान खान के घर के बाहर हुई फायरिंग में विशाल राहुल उर्फ कालू का नाम सामने आया था जो लॉरेंस बिश्नोई गैंग का एक सदस्य है. विशाल, हरियाणा के रोहतक में लॉरेंश बिश्नोई के इशारे पर एक बुकी का कत्ल किया था. विशाल राहुल उर्फ कालू गुरुग्राम का रहने वाला है. उसने 10वीं तक की पढ़ाई की है और उसके खिलाफ 5 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसमें फायरिंग और बाइक चोरी जैसे मामले भी शामिल हैं.
जानकारी के मुताबिक विशाल के खिलाफ गुरुग्राम के साथ-साथ दिल्ली में भी केस दर्ज हैं. हाल के दिनों में विशाल, हरियाणा के रोहतक में लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर एक बुकी का कत्ल किया था. पहले पुलिस ने दावा किया था कि सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई वारदात में वो गोली चलाता दिखाई दिया था. बता दें कि विशाल, राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा का शूटर है. रोहित गोदारा, लारेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा है.
सलमान खान को पहले भी मिल चुकी हैं धमकियां
पिछले साल मार्च में सलमान खान को उनकी ऑफिस में धमकी भरा एक ई-मेल प्राप्त हुआ था, जिसके बाद मुंबई पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बरार और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश), 506-II (आपराधिक धमकी) और 34 (सामान्य इरादा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी.
ईमेल में कहा गया था कि सलमान खान ने लॉरेंस बिश्नोई द्वारा एक समाचार चैनल को दिया गया साक्षात्कार देखा होगा और अगर नहीं, तो उन्हें इसे देखना चाहिए. गुंजलकर को संबोधित करते हुए, इसमें कहा गया कि अगर सलमान खान मामले को बंद करना चाहते हैं, तो उन्हें “गोल्डी भाई” से आमने-सामने बात करनी चाहिए. अभी भी वक्त है लेकिन अगली बार, झटका देखने को मिलेगा.”इसके अलावा जून 2022 में एक अज्ञात व्यक्ति ने हस्तलिखित नोट के जरिए खान को धमकी दी थी.