PAK में अचानक लापता हो गए मुख्यमंत्री, नहीं मिल रहा सुराग, गृह मंत्री के दावे से गहराया रहस्य
पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के मुख्यमंत्री के अचानक लापता होने का रहस्य और गहराता जा रहा है. मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर के लापता होने के बाद पुलिस की ओर से छापेमारी भी की गई, लेकिन उनका अभी तक पता नहीं चल पाया है. वहीं, पाकिस्तान के गृह मंत्री की ओर से रविवार जारी बयान ने लापता होने का रहस्य को गहरा कर दिया है.
गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर किसी संघीय एजेंसी की हिरासत में नहीं हैं. जिसके बाद से उनके रहस्यमय तरीके से गायब होना एक बड़ा सवाल बन गया है. गंडापुर शनिवार शाम के बाद से राष्ट्रीय राजधानी इस्लामाबाद स्थित अपने आधिकारिक आवास से लापता हैं.
मुख्यमंत्री के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं
मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत से इस्लामाबाद तक अपनी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के विरोध मार्च का नेतृत्व करने के बाद आधिकारिक आवास पर आराम करने गए थे. वहीं, 5 अक्टूबर की शाम से वह किसी के संपर्क में नहीं हैं और न ही पुलिस को अब तक उनके ठिकानों का पता चल सका है.
गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि सरकार को मुख्यमंत्री के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री पुलिस के उनके आधिकारिक आवास पर पहुंचने से पहले ही चले गए थे. नकवी ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं पुष्टि कर सकता हूं कि वह सरकार की किसी भी एजेंसी की हिरासत में नहीं हैं.’
पेशावर HC पहुंचा CM के लापता होने का मामला
मोहसिन नकवी ने कहा कि पुलिस मुख्यमंत्री की तलाश कर रही है, जो किसी अज्ञात स्थान पर छिपे हुए बताए जा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘पुलिस ने कुछ स्थानों पर छापेमारी भी की है, लेकिन वह नहीं मिले.’ गृह मंत्री के दावे ने गंडापुर के अचानक लापता होने के रहस्य को और गहरा कर दिया है.
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खैबर पख्तूनख्वा सरकार के प्रवक्ता मोहम्मद अली सैफ के अनुसार, प्रांतीय सरकार और मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर का परिवार उनसे संपर्क नहीं कर पा रहे हैं. जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, प्रांतीय सरकार ने गंडापुर के लापता होने के मामले में रविवार को पेशावर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.