PAK वाला फॉर्मूला चीन पर भी लागू कर रहा भारत! US की धरती से जयशंकर ने दिया ये मैसेज
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने चीन के साथ संबंधों को लेकर अमेरिका के न्यूयॉर्क में बयान दिया है. एशिया सोसायटी पॉलिसी इंस्टीट्यूट में बोलते हुए जयशंकर ने कहा, ‘चीन के साथ हमारा कठिन इतिहास रहा है. चीन के साथ बॉर्डर से संबंधित कई समझौते हैं. 2020 में चीन ने LAC पर समझौते का उल्लंघन किया था और हमने उसका जवाब दिया है. चीन जब तक शांति और सद्भाव स्थापित नहीं करता, तब तक संबंधों को आगे बढ़ाना कठिन होगा.
उन्होंने कहा, दोनों देशों के बीच सीमा पर पेट्रोलिंग को लेकर मुख्य मसला है. साथ ही उन्होंने जोर दिया कि भारत और चीन संबंध एशिया के भविष्य की चाबी है. अगर दुनिया बहुध्रुवीय होगी तो एशिया को भी बहुध्रुवीय होना होगा. चीन और भारत के संबंध एशिया और विश्व के भविष्य को प्रभावित करेगा.
भारत पाकिस्तान के साथ भी इसी रुख को अपनाता आया है. भारत पाक से रिश्तों पर कहता रहा है कि जब तक पाकिस्तान अपनी धरती से भारत आने वाले आतंकियों पर लगाम नहीं लगाता, तब तक भारत उसके रिश्ते समान्य नहीं करेगा.
2020 में गलवान की झड़प ने बिगाड़े रिश्ते
जयशंकर न्यूयॉर्क में एशिया सोसाइटी और एशिया सोसाइटी पॉलिसी इंस्टीट्यूट की ओर से आयोजित ‘भारत, एशिया और विश्व’ नामक एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. जब उनसे चीन के साथ रिश्तों को लेकर सवाल किया गया तब उन्होंने कहा कि चीन के साथ हमारा कठिन इतिहास रहा है. उन्होंने 2020 को गलवान की झड़प पर जोर देते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच इस वक्त पेट्रोलिंग को लेकर मुख्य मसला है. उन्होंने कहा कि 2020 में चीन के सैनिक भारतीय सैनिकों के बहुत करीब आ गए थे, जिसके बाद दोनों और से कई सैनिक मारे गए.
जयशंकर ने कहा कि इस स्थिति ने दोनों देशों के रिश्तों में खटास पैदा की है. जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया कि जब तक दोनों पक्ष सीमा पर शांति और स्थिरता बहाल नहीं कर लेते, तब तक भारत-चीन के व्यापक रिश्तों को आगे बढ़ाना मुश्किल होगा.
क्या हुआ था गलवान में?
गलवान नदी अक्साई चीन से आकर भारत की श्योक नदी से मिलती है. 2020 में चीन के सैनिकों ने अपनी पेट्रोलिंग की हदें पार करते हुए LAC को क्रॉस कर दिया था. जिसके बाद दोनों देशों के सैनिक आमने सामने आ गए थे. सैनिकों के बीच हुई इन झड़पों में भारत के करीब 20 सैनिक मारे गए थे. चीन की ओर से हताहतों की अलग-अलग खबरें कुछ में 4 तो कुछ में 40 चीनी सैनिकों के मारे जाने की बात कही गई. वहीं चीनी सरकार ने उसके किसी भी सैनिक की मौत से इनकार कर दिया था.