Pakistan: इमरान खान के साथ नरमी का रुख, PM शरीफ ने दिया ‘शांति’ का प्रस्ताव
पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ वहां की शरीफ सरकार ने नरमी का संकेत दिया है. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आज बुधवार को अपने पूर्ववर्ती और मुख्य राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी इमरान के साथ शांति का प्रस्ताव देते हुए कहा कि अगर उन्हें जेल में “परेशानी” का सामना करना पड़ रहा है तो वे उनसे बातचीत करने को तैयार हैं. जबकि विपक्ष का कहना है कि इमरान की रिहाई से पहले सरकार से कोई बातचीत नहीं की जाएगी.
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के संस्थापक इमरान खान पिछले साल अगस्त से ही जेल में बंद हैं. इमरान 2 साल पहले अप्रैल 2022 में सत्ता से बेदखल हुए थे. क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान पर भ्रष्टाचार समेत करीब 200 मामले लगाए गए जिसमें कुछ मामलों में दोषी पाए जाने के बाद से ही वे जेल में हैं.
आगे बढ़ने का कोई और रास्ता नहींः PM शरीफ
पीएम शरीफ ने आज नेशनल असेंबली में कहा, “अगर उनके (पीटीआई) संस्थापक को (जेल में) किसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, तो मैं फिर से यह बात दोहराता हूं- आइए, बैठकर बात करते हैं.” उन्होंने कहा, “आइए हम लोग देश को आगे ले जाने के लिए साथ बैठें. देश की बेहतरी के लिए हम आपस में बात करते हैं. हमारे लिए आगे बढ़ने का कोई और रास्ता नहीं है.”
शहबाज शरीफ की ओर से इमरान के साथ शांति का प्रस्ताव उस समय बढ़ाया गया जब उनके सलाहकार की ओर से इमरान खान को अनिश्चित काल के लिए जेल में रखने का संकेत दिया गया था. पीएम शरीफ के राजनीतिक सलाहकार राणा सनाउल्लाह ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि शरीफ सरकार इमरान खान को यथासंभव लंबे समय तक जेल में रखना चाहेगी.
नया केस दर्ज किया जाएगाः सनाउल्लाह
क्या इमरान को उनके खिलाफ अंतिम सजा में जमानत के बाद रिहा किया जाएगा, इस पर सनाउल्लाह ने कहा, “एक नया केस दर्ज किया जा सकता है. अगर इधर-उधर तलाशी ली जाए, तो उनके खिलाफ कुछ और नए मामले भी सामने आ सकते हैं. यह कोशिश होनी चाहिए, और यह होगी भी, कि जितना अधिक समय तक उन्हें अतिथि (जेल) के रूप में रखा जाएगा, उतना ही बेहतर होगा.”
नवाज शरीफ की अगुवाई वाली पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी कई सालों से एक-दूसरे से प्रतिद्वंद्वी बनी हुई हैं. खासतौर पर इस साल 8 फरवरी के आम चुनावों के बाद, जिसके बारे में इमरान की पार्टी की ओर से दावा किया जाता रहा है कि चुनाव में उसने जीत हासिल की थी.
हमारे साथ भी किया गया अन्यायः PM शरीफ
इमरान की पीटीआई की ओर से 2018 के चुनाव में जीत हासिल करने को लेकर टिप्पणी करते हुए, पीएम शरीफ ने कहा, “हम तब धांधली भरे चुनाव के बावजूद संसद में शामिल हुए. मेरे पहले भाषण के दौरान लगाए गए नारे हमेशा इतिहास की किताबों में एक काले अध्याय के रूप में याद किए जाएंगे.”
स्थानीय न्यूज चैनल जियो न्यूज ने पीएम शहबाज शरीफ के हवाले से कहा, “अगर कोई अन्याय का सामना कर रहा है, तो मेरा मानना है कि न्याय का पलड़ा पीड़ित के पक्ष में होना चाहिए, इसमें कोई अंतर नहीं है, चाहे वह कोई राजनेता हो या किसी भी क्षेत्र का कोई शख्स.” शरीफ ने साथ ही इस बात के लिए अफसोस जताया कि उन्होंने एक बार फिर विपक्ष में रहते हुए इमरान से बातचीत के लिए बैठने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन फिर से ऐसे नारे लगाए गए. उन्होंने कहा, “तो इस कड़वाहट (राजनेताओं के बीच) के लिए कौन जिम्मेदार है? हालात ये हो गए हैं कि अब हम हाथ भी नहीं मिलाते.”
रिहाई होने तक बातचीत नहींः अयूब खान
72 साल के पीएम शरीफ ने इमरान सरकार की ओर से किए गए उत्पीड़न का जिक्र करते हुए कहा, “जब मेरी मां का निधन हुआ, तब मैं जेल में था. यहां तक कैंसर से पीड़ित होने और रीढ़ की हड्डी की समस्या के बावजूद, मुझे सामान्य जेल वैन के जरिए अदालत ले जाया जाता था, लेकिन इसके लिए मैंने कभी कोई शिकायत नहीं की.”
प्रधानमंत्री शरीफ के बयान पर नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता उमर अयूब खान ने कहा कि पीटीआई सरकार से तभी बात करेगी, जब इमरान खान और जेल में बंद अन्य नेता और कार्यकर्ता रिहा कर दिए जाएंगे. उन्होंने कहा, “आप हमारे कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करते हैं, आपने हमारी महिला कार्यकर्ताओं को 45 डिग्री सेल्सियस तापमान पर जेल वैन में रखा है. इमरान खान को मौत की कोठरी में रखा गया है, वहां पर भी भट्टी जैसा माहौल है.”