Paris Olympics 2024: पीवी सिंधु से नीरज चोपड़ा तक, इन 5 खिलाड़ियों पर मोदी सरकार ने खर्चे करोड़ों रुपये

एशियन गेम्स 2022 में सरकार ने नारा दिया था- ‘अबकी बार, 100 पार’. भारतीय खिलाड़ियों ने इसे सही साबित कर दिखाया.अब बारी पेरिस ओलंपिक 2024 की है, जिसके लिए कहा जा रहा है- ‘अबकी बार, 10 पार’. ये 10 मेडल का आंकड़ा एशियन गेम्स के आगे मामूली है लेकिन ये कितना मुश्किल है, हर कोई जानता है. टोक्यो ओलंपिक में 7 मेडल के साथ रिकॉर्ड बनने के बाद अब लक्ष्य 10 का है. एशियन गेम्स की तरह ही भारतीय खिलाड़ी इसमें सफलता हासिल कर पाएंगे या नहीं, कुछ दिनों में साफ हो जाएगा. खिलाड़ियों से ये उम्मीद जताई भी इसलिए जा रही है क्योंकि भारत सरकार ने पिछले 3 साल में ओलंपिक की तैयारी के लिए लगभग हर एथलीट पर लाखों-करोड़ों खर्च किए हैं. इसमें टोक्यो ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा सबसे ऊपर हैं.
26 जुलाई से पेरिस में दुनिया का सबसे बड़ा खेल आयोजन शुरू हो रहा है. इससे कुछ ही दिन पहले स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की, जिसमें बताया गया है कि टोक्यो ओलंपिक के बाद पेरिस साइकल की तैयारी के लिए अलग-अलग खेल और खिलाड़ियों पर कितना खर्चा किया गया है. इसके मुताबिक, एथलेटिक्स पर सबसे ज्यादा 96 करोड़ रुपये खर्चे गए, जबकि बैडमिंटन पर 72 करोड़ और हॉकी पर 41.81 करोड़ रुपये खर्चे हैं. अब बात 5 ऐसे एथलीट की, जिन्हें सरकार ने तैयारियों के लिए सबसे ज्यादा मदद पहुंचाई.
नीरज चोपड़ा
टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा से एक बार फिर बड़ी उम्मीदें हैं. वो लगातार कई बड़े इवेंट्स में मेडल जीत चुके हैं और इसलिए वो एक बार फिर मेडल के दावेदार हैं. ऐसे में सरकार ने पिछले 3 साल में उनकी तैयारी के लिए खर्च भी खूब किया है. SAI की ओर से नीरज की विदेशों में ट्रेनिंग, विदेशी कोच और अन्य जरूरतों के लिए 5.72 करोड़ रुपये खर्च किए गए.
सात्विक-चिराग
बैडमिंटन में भारत की बड़ी उम्मीद बनकर उभरे सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की मेंस डबल्स की जोड़ी को भी सरकार का भरपूर सपोर्ट मिला है. हाल ही में BWF रैंकिंग में नंबर-1 जोड़ी बनकर इतिहास रचने वाले सात्विक-चिराग को सरकार की ओर से 5.62 करोड़ रुपये मिले, जो विदेशी कोच के अलावा विदेशों में ट्रेनिंग से लेकर टूर्नामेंट्स में हिस्सा लेने पर खर्चे किए गए.
पीवी सिंधु
लगातार 2 ओलंपिक में सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीतकर कमाल करने वाली स्टार शटलर पीवी सिंधु को भी सरकार की मदद मिली. लगातार तीसरे ओलंपिक में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बनने की उम्मीद कर रही सिंधु को सरकार की ओर से 3.13 करोड़ रुपये मिले, जिसमें विदेशी कोच की नियुक्ति और सपोर्ट स्टाफ समेत जर्मनी में ट्रेनिंग की सुविधाएं शामिल हैं.
मीराबाई चानू
पिछले ओलंपिक में सिल्वर मेडल के साथ देश का खाता खोलने वाली दिग्गज वेटलिफ्टर मीराबाई चानू से फिर मेडल की उम्मीदें हैं. इसलिए सरकार ने भी अमेरिका में ट्रेनिंग के अलावा बायोमेकैनिकल इक्विपमेंट जैसे खर्चों के लिए मीराबाई को 2.74 करोड़ रुपये की मदद दी.
अनीश भानवाला
सिर्फ 21 साल के निशानेबाज अनीश भानवाला से भी उम्मीद है कि पिछले लगातार 2 ओलंपिक में शूटिंग टीम की नाकामी को खत्म करें. ओलंपिक में अपना डेब्यू करने जा रहे अनीश को पर्सनल कोच के साथ जर्मनी में ट्रेनिंग के अलावा एम्युनिशन खरीदने में मदद के लिए सरकार की ओर से 2.41 करोड़ रुपये की मदद दी गई.

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