पीएम मोदी 29 फरवरी को मध्य प्रदेश में 17,500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं देंगे सौगत
पीएम मोदी 29 फरवरी को मध्यप्रदेश में ‘विकसित भारत,विकसित मध्य प्रदेश’ अभियान के तहत वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कई विकास परियोजनाओं का शुभारम्भ करेंगे। 17,500 करोड़ रुपये की लागत की इन परियोजनाओं में सिंचाई,बिजली,सड़क मार्ग,रेलवे,जल आपूर्ति,कोयला और उद्योग जैसे क्षेत्रो में शामिल हैं।
पीएम मोदी 29 फरवरी को मध्यप्रदेश में ‘विकसित भारत,विकसित मध्य प्रदेश’ अभियान के तहत वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कई विकास परियोजनाओं का शुभारम्भ करेंगे। 17,500 करोड़ रुपये की लागत की इन परियोजनाओं में सिंचाई,बिजली,सड़क मार्ग,रेलवे,जल आपूर्ति,कोयला और उद्योग जैसे क्षेत्रो में शामिल हैं।
साइबर तहसील परियोजना की शुरुआत
सरकारी सेवा वितरण में सुधार लाने के लिए साइबर तहसील परियोजना का उद्घाटन उल्लेखनीय है। साइबर तहसील परियोजना के तहत राज्य के सभी 55 जिलों को कवर करते हुए बिक्री-खरीद के राजस्व रिकॉर्ड में रिकॉर्ड सुधार की पेपरलेस,फेसलेस, एंड-टू-एंड ऑनलाइन प्रक्रिया सुनिश्चित करके सरकारी सेवाओं में सुधार होगा, जिससे शासन में दक्षता और पारदर्शिता को बढ़ावा मिलेगा।
5500 करोड़ रुपए सिंचाई और पेयजल की सुविधा के लिए
पीएम मोदी नर्मदा परियोजना,राघवपुर बहुउद्देशीय परियोजना और बसानिया बहुउद्देशीय परियोजना सहित 5500 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। इससे सिंचाई क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार देखने को मिलेगा। इससे डिंडोरी,अनुपपुर और मंडला जिलों में 75000 हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि की सिंचाई की सुविधा होगी, जिससे कृषि उत्पादकता बढ़ेगी और बिजली और पेयजल की पहुंच में भी सुधार होगा। इसके अलावा प्रधानमंत्री 800 करोड़ रुपये से अधिक की दो सूक्ष्म सिंचाई परियोजनाओं को समर्पित करेंगे, जिससे बैतूल और खंडवा जिलों में 26,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि को लाभ होगा।
रेलवे के बुनियादी ढांचे में सुधार
2200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली तीन परियोजनाओं के उद्घाटन से रेलवे के बुनियादी ढांचे में भी सुधार होगा,जिससे कनेक्टिविटी और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी मुरैना जिले के सीतापुर में मेगा लेदर,फुटवियर और एक्सेसरीज क्लस्टर सहित लगभग 1000 करोड़ रुपये की कई औद्योगिक परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे।
एनसीएल सिंगरौली में जयंत ओसीपी सीएचपी साइलो और दुधीचुआ ओसीपी सीएचपी-साइलो जैसी परियोजनाओं के साथ, कोयला क्षेत्र में 1000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया जाएगा। बिजली क्षेत्र को मजबूत करने के लिए पन्ना,रायसेन, छिंदवाड़ा और नर्मदापुरम जिलों में छह स्टेशनों की आधारशिला रखी जाएगी जिससे कुल ग्यारह जिले लाभान्वित होंगे। इसके अतिरिक्त खरगोन सहित विभिन्न जिलों में जल आपूर्ति बढ़ाने के लिए अमृत 2.0 और अन्य योजनाओं के तहत लगभग 880 करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू की जाएंगी।