महादेव ऐप के मालिकों को भारत लाने की तैयारी, ED करेगी दुबई से प्रत्यर्पण की मांग
प्रवर्तन निदेशालय ने महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप सिंडिकेट के मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को संयुक्त अरब अमीरात से भारत लाने के लिए प्रयास तेज कर दिया है। हाल ही में दुबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद उप्पल जेल में हैं। वहीं, चंद्राकर को घर में नजरबंद कर दिया गया है। भारत में दोनों ही 6,000 करोड़ रुपये के लेनदेन से जुड़े अवैध सट्टेबाजी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में वांटेड हैं।
ईडी सहित कई भारतीय जांच एजेंसियां सतर्क हो गईं हैं और दोनों को भारत लाने के लिए कूटनीति विकल्पों पर काम कर रही हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी है। सूत्रों के मुताबिक, ईडी धनशोधन के मामले में जल्द ही नया आरोपपत्र दायर कर सकती है।
ईडी की सलाह पर इंटरपोल ने सट्टेबाजी और गेमिंग ऐप के एक अन्य प्रवर्तक रवि उप्पल के खिलाफ रेड नोटिस (आरएन) जारी किया था, जिसपर कार्रवाई करते हुए उसे दुबई में स्थानीय अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया था। उप्पल को हिरासत में लिये जाने के कुछ हफ्ते बाद यह घटनाक्रम सामने आया है।
सूत्रों ने कहा कि दुबई में चंद्राकर के स्थान के बारे में ईडी को सूचित कर दिया गया है और उसे नजरबंद कर दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि भारतीय एजेंसियां धनशोधन मामले में शामिल इन दोनों मुख्य आरोपियों को वापस लाने के लिए कूटनीतिक विकल्पों पर काम कर रही हैं, जबकि पुलिस ‘महादेव बुक ऑनलाइन’ ऐप की कथित गैर-कानूनी गतिविधियों की जांच कर रही है।
अक्टूबर में छत्तीसगढ़ के रायपुर में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत के आदेश पर ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी। जांच एजेंसी के अनुसार, सौरभ चंद्राकर और एक अन्य प्रमोटर रवि उप्पल संयुक्त अरब अमीरात स्थित अपने हेड ऑफिस से महादेव सट्टेबाजी ऐप के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला का लेनदेन कर रहे थे। इस मामले में 6000 करोड़ की मनी लॉड्रिंग करने का आरोप है।
महादेव ऐप मामला एक हाई-प्रोफाइल घोटाला है, जिसमें एक ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफ़ॉर्म शामिल है जो पोकर, कार्ड गेम, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल और क्रिकेट जैसे विभिन्न खेलों पर गैर कानूनी जुआ को बढ़ावा देता है।