मस्क की स्टारलिंक की लाइसेंस अर्जी पर प्रक्रिया जारी, हो रही है सुरक्षा पहलुओं की पड़ताल
दुनिया के तीसरे सबसे अमीर शख्स एलन मस्क के उपग्रह उद्यम स्टारलिंक के लाइसेंस आवेदन पर प्रक्रियागत कार्रवाई जारी है और सरकार इससे संबंधित सुरक्षा पहलुओं की पड़ताल कर रही है.
सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) और वित्तीय पहलू निर्धारित शर्तों एवं प्रावधानों के अनुरूप पाए गए हैं.
इसके अलावा स्टारलिंक से स्वामित्व ‘उद्घोषणा’ भी मिल गई है.
घटनाक्रम से परिचित दो लोगों ने कहा कि फिलहाल लाइसेंस से संबंधित जांच-पड़ताल का काम जारी है और सुरक्षा पहलुओं पर गौर किया जा रहा है.
मस्क के स्वामित्व वाले उद्यम स्टारलिंक ने भारत में उपग्रह संचार (सैटकॉम) सेवाएं शुरू करने के लिए भी आवेदन किया हुआ है. स्टारलिंक के पास धरती की निचली कक्षा में स्थापित 4,000 उपग्रहों का समूह है जिससे वह उपग्रह के जरिये इंटरनेट सेवाएं मुहैया करा सकती है.
टेस्ला और सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ के भी मालिक मस्क अगले हफ्ते भारत के दौरे पर आने वाले हैं. उनकी 21-22 अप्रैल की भारत यात्रा के दौरान कई बड़ी निवेश योजनाओं की घोषणा होने की उम्मीद है.
मस्क की यह यात्रा देश में नई इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) नीति की घोषणा होने के कुछ ही सप्ताह बाद हो रही है. इस नीति में न्यूनतम 50 करोड़ डॉलर के निवेश के साथ देश में विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने वाली ईवी कंपनियों को आयात शुल्क में रियायतें दी जाएंगी. इस कदम का उद्देश्य टेस्ला जैसी प्रमुख वैश्विक कंपनियों को आकर्षित करना है.
पिछले सप्ताह मस्क ने अपनी भारत यात्रा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ अपनी निर्धारित मुलाकात की पुष्टि की थी. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट लिखकर कहा था, ”भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के लिए उत्सुक हूं.”
इस यात्रा के दौरान उपग्रह-आधारित इंटरनेट सेवा के लिए व्यावसायिक योजनाओं और अनुमोदन प्रक्रिया की प्रगति पर भी उत्सुकता से नजर रहेगी.