Protein intake tips: एनिमल या प्लांट प्रोटीन… दोनों में क्या है ज्यादा बेहतर? जानें
प्रोटीन हमारे शरीर के लिए बेहद जरूर तत्व है. बॉडी में मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए इसका इंटेक जरूरी है. रोजाना प्रोटीन इंटेक हमारा वजन कितना है इस पर ज्यादा डिपेंड करता है. अगर एक व्यक्ति का वजन 165 पाउंड या 75 किलोग्राम है उसे एक दिन करीब 60 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए. हेल्थलाइन के अनुसार ये एक कार्बोहाइड्रेट और फैट की तरह एक जरूरी मैक्रोन्यूट्रिएंट है. प्रोटीन कई फूड्स या दूसरी चीजों से मिलता है और इसके सोर्स के दो टाइप सबसे पॉपुलर है जिसमें एनिमल और प्लांट बेस्ड के नाम शामिल हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक एनिमल को कंप्लीट प्रोटीन के रूप में जाना जाता है क्योंकि इसमें अमीनो एसिड भी होता है. वहीं प्लांट बेस्ड प्रोटीन को इनकंप्लीट कंसीडर किया जाता है. अब सवाल ये है कि शरीर के लिए जानवरों से मिलने वाला प्रोटीन बेस्ट है या पेड़ या फलों से. चलिए हम आपको बताते हैं इसके बारे में….
हमें प्रोटीन की जरूरत क्यों पड़ती है
ये हमारे शरीर के लिए बिल्डिंग ब्लॉक्स की तरह है. बाल, मांसपेशियां, हार्मोंस और सेल्स ये प्रोटीन के फॉर्म हैं. प्रोटीन के जरिए न सिर्फ कोशिकाएं बनती हैं बल्कि रिपेयर भी होती हैं. प्रोटीन की कमी के कारण शरीर बीमारियों का घर बनने लगता है इनमें डायबिटीज, मोटापा, दिल की बीमारियों के नाम शामिल हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक शरीर में प्रोटीन की कमी के कारण इम्यूनिटी भी कमजोर हो जाती है.
एनिमल प्रोटीन के फायदे
मीट, अंडे और मछली के अलावा डेयरी प्रोडक्ट्स में प्लांट बेस्ड प्रोटीन के मुकाबले ज्यादा प्रोटीन होता है. इसमें जरूरी तत्व अमीनो एसिड होता है जो बॉडी बिल्डिंग और टिशूज के रिपेयरिंग में काम आता है. इसके अलावा ये हमारे इम्यून फंक्शन और हार्मोन प्रोडक्शन में भी हेल्प करता है एनिमल प्रोटीन में विटामिन बी12, आयरन, जिंक और ओमेगा फैटी एसिड भी होता है. ये सभी ब्रेन हेल्थ और रेड ब्लड सेल प्रोडक्शन में काम आते हैं.
प्लांट प्रोटीन के फायदे
इस प्रोटीन के लिए हमें फल, सब्जियां, दाल, आटा, नट्स और सीड्स को खाना पड़ता है. इनमें सबसे ज्यादा फाइबर होता है जो हमारे डाइजेशन को इंप्रूव करता है. इतना ही नहीं इससे हमारा ब्लड शुगर लेवल पर रेगुलेट हो पाता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि प्लांट प्रोटीन में एनिमल के मुकाबले सैचुरेटेड फैट्स और कोलेस्ट्रॉल कम होता है इसलिए ये दिल के लिए हेल्दी ऑप्शन है. इसका इंटेक हमें दिल की कई बीमारियों के खतरे से बचाता है.
दोनों में क्या है ज्यादा बेहतर
एक तरफ जहां एनिमल प्रोटीन से कंप्लीट प्रोटीन मिल सकता है वहीं प्लांट के जरिए हम कोलेस्ट्रॉल और सैचुरेटेड फैट्स का कम इंटेक कर पाते हैं. ये दोनों ही अपनी-अपनी जगह प्रोटीन का बेस्ट सोर्स है इसलिए इनका महत्व भी अलग है. आप एनिमल बेस्ड प्रोटीन लेना चाहते हैं तो इसकी चीजों को मॉर्डेशन में खाएं. दोनों प्रोटीन को अपनी रोज के इंटेक लिमिट के हिसाब से डाइट का हिस्सा बनाएं.