आसमान को चीरते हुए राफेल ने दिखाई देश की ताकत, पूरी दुनिया ने देखा भारत का दम, देखें तस्वीरें
गणतंत्र दिवस के मौके पर सेना का शौर्य देखने को मिली. पूरी दुनिया कर्तव्य पथ से भारत के दम को देख रही थी. कर्तव्य पथ पर लोगों का जोश हाई था. देश की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने सेना की सलामी ली और उसके बाद झांकियों और कदम ताल करते हुए हमारी सैन्य शक्ति का विहंगम दृष्य देखने को मिला. वहीं गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुएल मैक्रों पीएम मोदी के साथ कर्तव्य पथ पर मौजूद रहे. चलिए आपको दिखाते हैं 75वें गणतंत्र दिवस की कुछ दिलचस्प तस्वीरें
75वें गणतंत्र दिवस 2024 समारोह की शुरुआत पीएम मोदी द्वारा राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर बहादुरों को श्रद्धांजलि देने के साथ हुई. इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान और तीनों रक्षा सेवाओं के प्रमुख भी मौजूद थे.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को 75वें गणतंत्र दिवस पर समारोह में जाने के लिए बग्गी का विकल्प चुना और इसी के साथ 250 साल पुरानी परंपरा को पुनर्जीवित किया गया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू औरफ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोंइसी बग्गी पर सवार होकर कर्तव्य पथ पहुंचे.
75वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर कर्तव्य पथ पर आयोजित समारोह में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि के रूप में शोभा बढ़ा रहे थे. इसी बीच गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने के लिए फ्रांसीसी मार्चिंग दस्ता और एक बैंड दल भी भारत आया. इसमें छह भारतीय भी शामिल थे.
देश के 75वें गणतंत्र दिवस पर दुनिया के कई मुल्कों ने भारत को शुभकामनाएं और बधाई दी. इसी बीच जापान में भारतीय दूतावास ने गणतंत्र दिवस मनाया.
कर्तव्य पथ पर अग्निवीरों सहित सभी महिला त्रि-सेवाओं की टुकड़ी की ताकत देखी गई. 75वां गणतंत्र दिवस ‘नारी शक्ति’ और ‘विकसित भारत’ की थीम पर केंद्रित है.
20वीं बटालियन के लेफ्टिनेंट संयम चौधरी के नेतृत्व में राजपूताना राइफल्स ने गणतंत्र दिवस परेड रूप में ‘राजा राम चंद्र की जय!’ के युद्ध घोष के साथ कर्तव्य पथ पर मार्च किया.
राष्ट्रीय राजधानी में कर्तव्य पथ सशस्त्र बलों की शक्ति का गवाह बना. 61 कैवेलरी की वर्दी में पहली टुकड़ी का नेतृत्व मेजर यशदीप अहलावत ने किया. 61 कैवेलरी दुनिया में एकमात्र सेवारत सक्रिय हॉर्स कैवेलरी रेजिमेंट है.
गणतंत्र दिवस परेड के इतिहास में पहली बार, कर्तव्य पथ पर ‘आवाहन’ नाम के एक संगीतमय यात्रा ने धूम मचा दी. देश के विभिन्न क्षेत्रों से चुने गए भारतीय वाद्ययंत्रों की एक दिव्य सिम्फनी ने वातावरण को भर दिया.
75वें गणतंत्र दिवस पर मद्रास रेजिमेंट की 12वीं बटालियन के कैप्टन यश दादल के नेतृत्व में मद्रास रेजिमेंट ने कर्तव्य पथ पर मार्च किया. मद्रास रेजिमेंट के सैनिकों के रूप में थंबी लोकप्रिय रूप से जाने जाते हैं, उन्हें उनके हॉलमार्क हेड गियर, ब्लैक पोम पोम के साथ देखा जाता है.
गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान छह राफेल विमान मारुत फॉर्मेशन में कर्तव्य पथ के ऊपर उड़े. वहीं, तीन सुखोई-30 Mk-I विमान वायु सेना मार्चिंग दल के साथ कार्तव्य पथ के उत्तर में जल चैनल पर 900 किमी प्रति घंटे की गति से त्रिशूल बनाते हुए उड़े.