Rajkot Gaming Zone Fire: गुजरात के TRP गेम जोन में क्यों गए थे बच्चे, ऐसा क्या होता है यहां?
गुजरात के राजकोट में टीआरपी गेम जोन में लगी आग ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस दर्दनाक हादसे में 28 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें कई बच्चे भी शामिल हैं. भारत के अलग-अलग शहरों में आपको कई गेम जोन मिल जाएंगे. जब से गेम जोन में आग लगने की खबर आई है तब से कई लोगों के मन में ये सवाल है कि गेम जोन क्या होता है? बच्चों को यह जगह इतनी पसंद क्यों है? आइए जानते हैं कि गेम जोन क्या है और भारत में इसका चलन तेजी से क्यों बढ़ रहा है.
गेम जोन एक ही छत के नीचे आपको कई तरह के एंटरटेनमेंट ऑप्शन देता है. गेमिंग के अलावा आप खाने-पीने का भी लुत्फ उठा सकते हैं. यह गेमिंग का एक किफायती ऑप्शन भी होता है क्योंकि गेम खेलने के लिए आपको महंगे गेमिंग टूल्स खरीदने या अपग्रेड करने की जरूरत नहीं होती है. आप कम पैसे में कई तरह के गेम खेल सकते हैं.
गेम जोन क्या होता है?
गेम जोन, एंटरटेनमेंट की दुनिया में एक नया और रोमांचक आयाम है. ये एक ऐसी जगह है जहां लोग वीडियो गेम खेलने के लिए इकट्ठा होते हैं, चाहे वो दोस्त हों, परिवार हो या अकेले खिलाड़ी हों. इन जोन में कई तरह की गेमिंग मशीन होती हैं, जहां बच्चे अपने गेमिंग स्किल्स का प्रदर्शन करते हैं. इसके अलावा आरामदायक माहौल और अक्सर खाने-पीने की सुविधाएं भी मिलती हैं. गेम जोन एंटरटेनमेंट का बड़ा पैकेज है, जहां आपके पास ऑप्शंस की भरमार रहती है.
भारत में क्यों बढ़ रहा गेम जोन का चलन?
भारत में गेम जोन तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं, खासकर युवाओं के बीच. इसके पीछे कई कारण हैं:
1. बढ़ता गेमिंग कल्चर: भारत में गेमिंग तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. मोबाइल गेम, कंसोल गेम और पीसी गेमिंग हर घर में पहुंच चुके हैं. लोग न केवल एंटरटेनमेंट के लिए, बल्कि कंपटीशन और सोशल जुड़ाव के लिए भी गेम खेल रहे हैं.
2. सस्ता ऑप्शन: हैवी गेम्स खेलने के लिए आपको पास एडवांस टूल्स होने चाहिए. लेकिन गेमिंग डिवाइस काफी महंगे होते हैं. इसलिए गेम जोन एक किफायती ऑप्शन बनकर सामने आता है. आप बिना महंगे गेमिंग टूल्स खरीदे कम पैसों को गेम खेल सकते हैं.
3. लेटेस्ट टेक्नोलॉजी: गेम जोन के जरिए आप लेटेस्ट गेमिंग टेक्नोलॉजी का लुत्फ उठा सकते हैं. यहां आपको वीआर (वर्चुअल रियलिटी) और एआर (ऑगमेंटेड रियलिटी) गेम खेलने का पूरा मौका मिलता है. यह इतना रियल लगता है कि आप पूरी तरह गेम में डूब जाते हैं.
बच्चे ऐसे खेलते हैं गेम
वीडियो गेम कंसोल: प्लेस्टेशन, एक्सबॉक्स और निन्टेंडो स्विच जैसे कंसोल, टीवी स्क्रीन से जुड़कर अलग-अलग तरह के गेम खेलने की सुविधा देते हैं.
आर्केड मशीन: ये स्पेशल गेम के लिए डिजाइन की गई कस्टम मशीन होती हैं, जैसे कि सिक्के डालकर खेलने वाले फाइटिंग गेम या रेसिंग गेम.
पीसी गेमिंग: कुछ गेम जोन में पावरफुल कंप्यूटर-लैपटॉप (पीसी) भी होते हैं जो हाई-ग्राफिक्स वाले गेम खेलने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं.
सैमसंग और आसुस जैसी टेक कंपनियों ने अपने फ्री-गेमिंग जोन खोले हैं. यहां लोग इन कंपनियों के गेमिंग प्रोडक्ट्स को चलाकर देख सकते हैं. इसके अलावा भारतीय रेलवे ने भी दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन समेत कई रेलवे स्टेशन पर गेम जोन खोले हैं.
इनडोर गेम्स
गेम जोन में केवल वीडियो गेम ही नहीं खेले जाते हैं, बल्कि कई इनडोर गेम खेलने की सुविधा भी मिलती है. टीआरपी गेम जोन का उदाहरण लें तो यहां वीडियो गेम के अलावा बॉलिंग, ट्रंपोलीन जम्प, गो-कार्ट, आर्चरी जैसे स्पोर्ट्स खेलने का भी मौका मिलता है. अलग-अलग गेम जोन में अलग तरह के स्पोर्ट्स खेलने की सुविधाएं मिलती हैं.