अयोध्या में रामभक्तों को मिलेगा उन्हीं के ‘घर जैसा भोजन’, स्कैनिंग के बाद लॉकर में रखे गए फोन और सामान
रामलला के भव्य मंदिर में भक्तों की भीड़ जुट रही है. भारी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं और यह जारी रहने वाला है. अयोध्या राम मंदिर में जाने वाले भक्तों के लिए खास व्यवस्था की गई है. भाजपा की राम दर्शन यात्रा में देश के विभिन्न हिस्सों से आये भक्तों के लिए खास भोजन व्यवस्था की गई है. इसके लिए जिस प्रदेश से भक्त आएंगे, उन्हें वहीं का पारंपरिक भोजन परोसा जाएगा. अयोध्या के व्यापारियों के द्वारा इन श्रद्धालुओं के लिए बर्तन, अनाज, मसाला और अन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध कराए जायेंगे. इस व्यवस्था में एलपीजी गैस डिस्ट्रीब्यूटर भी सहयोग के लिए आगे आए. मंदिर के संबंध में बुधवार को हुई बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने अलग-अलग लोगों को अलग जिम्मेदारियां सौंपी.
राम दर्शन यात्रा की तैयारी को लेकर सर्किट हाउस में हुई बैठक में महासचिव चुघ ने कहा, कि अयोध्या विश्व की धार्मिक राजधानी के रूप में उभरी है. पूरे देश-दुनिया से रामभक्त तीर्थयात्री रोज हजारों-लाखों की संख्या में आ रहे हैं. यह प्रक्रिया अभी आगे अनिश्चित काल तक जारी रहेगी, और समय के साथ इसकी रफ्तार और भी तेज होगी. राम दर्शन यात्रा में आने वाले भक्तों के रहने और खाने के साथ अन्य सुविधाओं को उपलब्ध कराने के भी पूरे इंतजाम करने हैं. महासचिव चुघ ने हुई बैठक में इसी पर चर्चा की गई.
रामभक्तों की सेवा में लगेंगे रामभक्त
चुघ ने कहा कि भगवान की यात्रा में लोग शामिल होने दूर-दूर से आ रहे हैं. यहां आने वालों को कोई परेशानी न हो पाए और वे भगवान राम की भक्ति में पूरी तरह से लीन हों, यह प्रबंध करना हम सबकी जिम्मेदारी है. भक्तों के प्रबंधन की जिम्मेदारी की सारी जिम्मेदारी यहां बनाई टीम संभालेंगी. गजब नजारा होगा, रामभक्तों की सेवा करने वाले भी रामभक्त ही होंगे. इस बैठक में प्रदेश महामंत्री राम प्रताप चौहान, प्रदेश उपाध्यक्ष मानवेंद्र सिंह, विधायक वेद प्रकाश गुप्त, आवास व्यवस्था प्रभारी अभिषेक मिश्र, भोजन व्यवस्था प्रमुख मिथिलेश त्रिपाठी, जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव, अमल गुप्त व हरभजन गौड़ भी मौजूद थे.
राम मंदिर के दूसरे ही दिन रामलला के आम भक्तों के लिए जैसे ही राम मंदिर के कपाट खोले गये वैसे ही लाखों संख्या में वहां भीड़ जुट गई. जिसके कारण समय से पहले ही मंदिर के कपाट बंद करने पड़े. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंगलवार के औचक दौरे व निर्देशों का भी असर साफ देखने को मिला. प्रशासन ने अथक प्रयास कर आखिरकार रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के बहुउपयोगी तीर्थयात्री सुविधा केंद्र को शुरू करा दिया. इससे मंदिर से संबंधित कार्यों को व्यवस्थित करने में मदद मिलेगी.
बुधवार को भी सुबह से ही रामलला के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ रामपथ और जन्मभूमि पथ पर जुट गई. यहां भारी संख्या में मौजूद आरएएफ और पुलिस के जवानों ने सभी को कतारबद्ध कराया. सीएम योगी ने पुलिस अधिकारियों को खास हिदायत दी थी, कि श्रद्धालुओं के प्रति व्यवहार बेहद संजीदा रखा जाये. फोर्स के जवान भी आग्रह की मुद्रा में नजर आए. बड़े ही धैर्य के साथ अच्छे तरीके से पेश आते हुए जन्मभूमि पथ पर भीड़ को आगे बढ़ाते रहे. समय के साथ भीड़ का दायरा भी कम होने लगा. श्रद्धालुओं का कारवां मंदिर के दरवाजों से बढ़कर जन्मभूमि पथ पर फैल गया.
14 प्वाइंट्स पर होगी जांच
अब आगे जन्मभूमि पथ पर रामभक्तों को तीर्थयात्री सुविधा केंद्र की ओर मोड़ दिया गया. सुग्रीव किला के आगे रामगुलेला मार्ग पर बने केंद्र पर पहले बैगेज स्कैनिंग सेंटर के 14 प्वाइंट पर श्रद्धालुओं को अपने साथ लाए बैग व उसमें रखे सामानों की अत्याधुनिक तकनीक से जांच करानी पड़ी. इसके बाद आगे बढ़ने पर बैग और मोबाइल जमा कराकर टोकन दिया गया. इसके बाद स्टैंडों पर भक्तों ने अपने जूते-चप्पल रखे.
इसके बाद राम मंदिर के गर्भगृह के रास्ते पर श्रद्धालुओं को आगे बढ़ा दिया गया. दर्शन करने के बाद सभी की वापसी भी इसी केंद्र की ओर होती रही. उसके बाद सभी लॉकर रूम के पिछले हिस्से में अपने बैग व मोबाइल को वापस ले सकते हैं. दर्शन करने के बाद लौटने वालों को यहीं पर उनका सामान वापस लौटाया गया. इसके बाद रामभक्त अपने रामलला के दर्शन करके जन्मभूमि पथ से फिर वापस बाहर निकल आए.