Rapid Rail Corridor: अब मुजफ्फरनगर जिले तक चलेगी रैपिड रेल, लाखों लोगों का सफर होगा आसान

दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर को अब मुजफ्फरनगर तक लेकर जाने की तैयारी है। पिछले दिनों एनसीआर प्लानिंग बोर्ड की मीटिंग में यह मामला उठाया गया। बैठक में इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है.

ताकि प्रॉजेक्ट को मुजफ्फरनगर तक ले जाया जा सके। इसमें एनसीआरटीसी से ट्रैफिक स्टडी करवाने की बात चल रही है। जिससे यह पता चल सके कि इस कॉरिडोर के मुजफ्फरनगर तक बढ़ाए जाने पर कितने यात्रियों को इसका फायदा मिलेगा।

इस ट्रैफिक स्टडी की रिपोर्ट आने के बाद इस दिशा में आगे की कार्रवाई की जाएगी। बताया जा रहा है कि ट्रैफिक स्टडी के लिए फंड कौन देगा, इस पर अभी विचार विमर्श किया जा रहा है।

इसमें एनसीआर प्लानिंग बोर्ड और मुजफ्फरनगर से फंडिंग करवाने की बात चल रही है। अधिकारियों की मानें तो किसी को प्रॉजेक्ट को तभी आगे बढ़ाया जाता है तब ट्रैफिक स्टडी की रिपोर्ट आ जाती है।

जब अधिक से अधिक यात्रियों को इसके बनाए जाने से फायदा होगा तो प्रॉजेक्ट की डीपीआर समेत अन्य कार्रवाई आगे बढ़ाई जाती है। मालूम हो कि रैपिड रेल का नेटवर्क अभी गाजियाबाद से जेवर से लिंक किया जा रहा है।

अभी साहिबाबाद से दुहाई डिपो के बीच ट्रेन चल रही है। जबकि दुहाई से मोदीनगर के बीच ट्रायल भी शुरू कर दिया गया है। जल्द ही उसका संचालन भी शुरू किए जाने की तैयारी है।

मुजफ्फरनगर के लोगों ने उठाई थी मांग

मीटिंग में शामिल हुए अधिकारियों ने बताया कि मेरठ से मुजफ्फरनगर तक रैपिड रेल को लेकर जाने के लिए वहां की पब्लिक की मांग है। जिससे वहां के जनप्रतिनिधि ने उत्तर प्रदेश शासन तक अप्रोच किया था।

उनका तर्क है कि रैपिड रेल अभी तक आधे मेरठ को कवर कर रही है। इससे आगे मुजफ्फरनगर तक बढ़ाए जाने से वहां के लोगों को बहुत अधिक फायदा मिलेगा। उनका दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा तक आवागमन आसान हो जाएगा।

2018 में एनसीआर में शामिल हुआ जिला

एनसीआर में 2018 से पहले मुजफ्फरनगर शामिल नहीं था। 2018 में इसे शामिल किया गया। इसके बाद से यहां के ट्रैफिक मूवमेंट और अन्य तरह के विकास के लिए इसे भी एनसीआर प्लानिंग बोर्ड की तरफ से शामिल किया जाने लगा।

रैपिड रेल की वहां से कनेक्टविटी होने से वहां के लोगों को कितना फायदा होगा। इसको ध्यान में रखते हुए इसकी ट्रैफिक स्टडी करवाने का एनसीआर प्लानिंग बोर्ड ने फैसला लिया है।

जिले के लोगों का सफर होगा आसान

गाजियाबाद से हर रोज बड़ी संख्या में लोग मुजफ्फरनगर तक आवागमन करते है। बहुत से लोग गाजियाबाद से मुजफ्फरनगर तक नौकरी करने आते जाते है। ऐसा ही मुजफ्फरनगर के लोग गाजियाबाद, दिल्ली, नोएडा तक नौकरी करने आते है।

इसके एक्सटेंशन होने से लोगों के समय की काफी बचत होगी। साथ ही प्रदूषण के स्तर को भी कम किए जाने में काफी हद तक मदद मिलेगी। अभी लोगों का गाजियाबाद से मुजफ्फरनगर जाने में 2 घंटे से अधिक का समय लग जाता है। इसके बन जाने से यह समय घटकर 1 घंटे के आसपास हो जाएगा।

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