RBI: भारत में कब छपा था सबसे पहले नोट और कितनी थी इसकी वैल्यू

 जितनी पुरानी भारतीय सभ्यता है उतनी ही पुरानी है भारतीय करेंसी(indian currency)। भारत में सिक्कों का चलन 2000 साल पहले से ही हो रहा है।

भारत के सिक्कों और नोट का इतिहास काफी दिलचस्प है। हालांकि, भारत में सिक्कों का चलन तो हजारों वर्षों से रहा है, लेकिन Note के रूप में मुद्रा का चलन ज्यादा पुराना नहीं है। समय के साथ-साथ सिक्कों को बनाने के लिए अलग-अलग तरह की धातुओं का इस्तेमाल किया जाता रहा है।

प्राचीन काल के सिक्के सोने, चांदी, तांबे आदि जैसी धातुओं के बने होते थे। आज की ही तरह उस समय भी सोने और चांदी के सिक्कों का मूल्य बहुत ज्यादा हुआ करता था।

हमें यह तो पता है कि सिक्कों को अलग-अलग धातुओं से तैयार किया जाता है, लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि भारत में चलने वाले ये नोट किस चीज के बने होते है? आइए भारतीय करेंसी से जुड़े ऐसे ही कुछ रोचक सवालों का जवाब जानते हैं।

भारत में कितने मूल्यवर्ग तक के नोटों को छापा जा सकता है?

जवाब: RBI एक्ट, 1934 के सेक्शन 24 के अनुसार, भारत में 2, 5, 10, 20, 50, 100, 200, 500, 1000 और 2000 के नोट के अलावा 5000 और 10000 रुपये तक के नोट छापे जा सकते हैं।

सबसे ज्यादा मूल्य वाले नोट की कीमत कितनी थी?

जवाब: RBI ने सबसे अधिक मूल्य का नोट 10000 रूपये का छापा था

भारत में नोट छापने की शक्ति किसके पास है?

जवाब: भारत में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के पास नोट छापने की शक्ति है। सन 1935 में RBI का उद्घाटन किया गया था।

वर्तमान में भारत में कौन से मूल्यवर्ग के बैंक नोट चलन में हैं?

जवाब: भारत में मौजूदा समय में 10, 20, 50, 100, 200, 500 और 2000 के नोटों का चलन है। इसके अलावा कहीं कहीं 1, 2 और 5 रूपये के नोट भी देखने को मिल जाता है, लेकिन अब ये छापे नही जाते हैं।

नोट पर कितनी भाषाएं लिखी होती हैं?

जवाब: भारतीय नोट पर कुल 15 भाषाएं लिखी होती हैं।

भारत में सिक्के का इस्तेमाल कब हुआ था?

जवाब: भारत में सिक्कों का चलन छः ईसा पूर्व से हो रहा है।

RBI ने सबसे पहला नोट कितने मूल्य का छापा था?

जवाब: RBI की तरफ से जारी किए गए पहले नोट का मूल्य पांच रुपये था। इस नोट पर किंग जॉर्ज VI की तस्वीर बनी हुई थी।

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आजादी के बाद भारत में सबसे पहले छपने वाले नोट का कितना मूल्य था?

जवाब: आजादी के बाद भारत में छपने वाले पहले नोट का मूल्य एक रुपये था।

पेपर पर नोट छापने वाले पहले बैंक कौन से थे?

जवाब: बैंक ऑफ हिंदुस्तान, बंगाल में जनरल बैंक और बंगाल बैंक ने पेपर करेंसी को जारी किया था।

नोट छापने का नियम

रिजर्व बैंक साल 1956 से करेंसी नोट छापने के लिए ‘मिनिमम रिजर्व सिस्टम’ के तहत करेंसी की छपाई करता है. इस नियम के मुताबिक, करेंसी नोट प्रिंटिंग के विरुद्ध न्यूनतम 200 करोड़ रुपये का रिजर्व हमेशा रखना जरूरी है. इसके बाद ही रिजर्व बैंक करेंसी नोट प्रिंट कर सकता है.

पहली नोट कितने रुपये की

भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना 1 अप्रैल, 1935 को हुई थी. मतलब आजादी से पहले देश में रिजर्व बैंक की नींव पड़ चुकी थी. अपनी स्थापना के तीन साल बाद साल 1938 की जनवरी में आरबीआई ने पहली बार 5 रुपये का करेंसी नोट जारी किया था.

इस नोट पर ‘किंग जॉर्ज VI’ की तस्वीर प्रिंट हुई थी. मतलब आजादी से 9 साल पहले रिजर्व बैंक ने अपनी पहली करेंसी जारी की थी. इसके बाद 10 रुपये के नोट, मार्च में 100 रुपये के नोट और जून में 1,000 रुपये और 10,000 रुपये के करेंसी नोट जारी किए थे.

आजादी के बाद का पहला भारतीय रुपया

आजाद भारत का पहला करेंसी नोट 1 रुपया रिजर्व बैंक द्वारा साल 1949 में जारी किया गया था. साल 1947 तक रिजर्व बैंक द्वारा जारी नोटों पर ब्रिटिश किंग जॉर्ज की तस्वीर छपती थी. रिजर्व बैंक ने पहली बार साल 1969 में स्मरण के तौर पर गांधी जी की तस्वीर वाले 100 रुपये के नोट जारी किए थे.

भारतीय मुद्रा का नाम भारतीय रुपया (INR) है. 100 पैसे का एक भारतीय रुपया होता है. भारतीय रुपये का प्रतीक ‘₹’ है. ये डिजाइन देवनागरी अक्षर (र) से प्रेरित है. इससे पहले हम रुपया के प्रीतक के तौर पर रु. लिखा करते थे.

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