22 फरवरी को रिलीज हुई इस साउथ मूवी को देख बोले अनुराग कश्यप, पीछे रह गया हिंदी सिनेमा, यहां सिर्फ रीमेक ही..
अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) भारतीय सिनेमा के जाने- माने निर्देशक हैं और उन्होंने दर्जनों फिल्मों का निर्माण किया है लेकिन अब वे भी साउथ सिनेमा के मुरीद हो गए हैं. उन्होंने हाल ही में साउथ की एक फिल्म को देखने के बाद दक्षिण सिनेमा को गहराई से समझा और वहां के मेकर्स की दिल खोलकर तारीफ की है. अनुराग कश्यप साउथ सिनेमा को तब सराहा, जब उन्होंने वहां की एक फिल्म देखी जिससे वे काफी प्रभावित हुए. बॉलीवुड निर्देशक ने पिछले माह रिलीज हुई मलयालम फिल्म ‘मंजुम्मेल बॉयज’ (Manjummel Boys) की समीक्षा की है जो उन्हें काफी पसंद आई.
Manjummel Boys को देख अनुराग कश्यम बोले, पीछे रह गया हिंदी सिनेमा
सर्वाइवल थ्रिलर Manjummel Boys शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है और इसे आलोचकों और दर्शकों ने समान रूप से सराहा है. अनुराग के पास भी चिदंबरन-निर्देशन की प्रशंसा के अलावा कुछ नहीं था. अनुराग कश्यप ने लेटरबॉक्स पर ‘मंजुम्मेल बॉयज’ का रिव्यू किया और इसे ‘असाधारण कृति’ (extraordinary piece) बताया. उन्होंने फिल्म निर्माण की प्रशंसा की और कहा कि यह ‘भारत में सभी बड़े बजट की फिल्म निर्माण से कहीं बेहतर है.’ अनुराग कश्यप ने आगे कहा, ‘इतना आत्मविश्वास, ऐसी असंभव कहानी (impossible storytelling). इसे लेकर मैं सोच रहा था कि कोई इस विचार को एक निर्माता को कैसे बेच सकता है. हिंदी में वे केवल ऐसे विचारों के रीमेक ही बना सकते हैं. हिंदी सिनेमा वास्तव में अब तक लगातार तीन मलयालम शानदार फिल्मों से पीछे रह गया है.’
बॉक्स ऑफिस पर Manjummel Boys ने लगाई सेंचुरी
इस बीच, निर्माताओं ने हाल ही में घोषणा की कि ‘मंजुम्मेल बॉयज’ सबसे जल्दी 100 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार करने वाली मलयालम फिल्म बन गई है. ‘मंजुम्मेल बॉयज’ को लेकर किए एक रिव्यू सेक्शन में लिखा, ‘साल 2006 में घटित एक वास्तविक जीवन की कहानी पर आधारित, यह फिल्म एक ऐसे व्यक्ति के बारे में एक रियल लाइफ स्टोरी है जो कभी न खत्म होने वाली गुना गुफाओं में फंस गया है. यह एक फिल्म नहीं है यह हैवी म्यूजिक और मेलोड्रामा पर निर्भर करता है. इसके बजाय, यह रियलिज्म यानी यथार्थवाद से जुड़ी है और मानवीय भावनाओं पर बहुत अधिक निर्भर करता है.’