छाती में जमे बलगम को निकाल बाहर करेगा ये पीले रंग का पानी, गरम-गरम पीने से डबल होगा फायदा

सर्दी के मौसम में जुकाम (Cold Cough) के कारण छाती में बलगम जमा होने की समस्या आम है. इस दौरान आपको सांस लेने में भी दिक्कत हो सकतती है साथ हीं गले में खराश, घरघराहट, छाती में भारीपन और कफ पैदा करने वाली खांसी हो सकती है. इससे गले में संक्रमण (Throat Infection) जैसा भी महसूस हो सकता है. समय रहते इसका उपचार नहीं करने से ये आम समस्या काफी मुश्किलों को जन्म दे सकती है. फेफड़ों में लंबे समय तक बलगम जमा रहने से इंफेक्शन और न्यूमोनिया का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा छाती में भारीपन भी महसूस होता है. कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को यह समस्या ज्यादा होती है. इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप आयुर्वेदिक (Ayurvedic) तरीका अपना सकते हैं. अदरक का काढ़ा छाती में जमे बलगम से जल्द राहत दिलाता है.

अदरक के काढ़े से कैसे मिलता है फायदा?

अदरक के काढ़े में अदरक के अलावा हल्दी और काली मिर्च का भी इस्तेमाल किया जाता है. अदरक, हल्दी और काली मिर्च इन तीनों चीज में आयुर्वेदिक गुण होते हैं. सर्दी जुकाम होने पर हल्दी और काली मिर्च पाउडर का सेवन करना आम है और इससे फायदा भी मिलता है. काढ़े में इन्हें डालने से यह बलगम पर सीधा वार करते हैं और आपको राहत पहुंचाते हैं. हल्दी में करक्यूमिन नाम का तत्व मौजूद होता है जो बलगम को पतला करता है.

वहीं, अदरक में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण संक्रमण को रोकता है जिससे यह समस्या आगे नहीं बढ़ पाती है. काढ़े में डाला गया काली मिर्च छाती में बलगम के पकड़ को कमजोर करती है जिससे बलगम ढ़ीला हो जाता है

काढ़ा बनाने का सही तरीका

बलगम से जल्द राहत के लिए अदरक के काढ़ा को सही तरीके से बनाने की जरूरत होती है.

काढ़ा बनाने के लिए सबसे पहले एक बर्तन में एक गिलास पानी डालें.

अब इसमें तुलसी के पत्ते, कच्ची हल्दी का एक छोटा टुकड़ा, काली मिर्च, एक बड़ा तेज पत्ता, दालचीनी, गुड़ और अदरक डालकर गैस पर रख दें.

पानी उबल जाने पर आंच धीमी कर के काढ़े को लगभग 20 मिनट तक और उबालें. 20 मिनट बाद गैस का फ्लेम ऑफ करें और काढ़ा छान लें.

छानने के बाद काढ़े को तुरंत पी लें क्योंकि काढ़ा को गर्म पीना जरूरी होता है.

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