RJD की मीटिंग में छाया रहा प्रशांत किशोर का नाम, जानिए क्यों पार्टी नेताओं को दी गई सतर्क रहने की सलाह
बिहार के बढ़े राजनीतिक पारे के बीच एक बड़ी खबर आ रही है. बताया जा रहा है कि बुधवार को राजद ने एक बैठक बुलाई. इसमें प्रशांत किशोर यानी पीके का नाम ही छाया रहा. मीटिंग में प्रशांत किशोर और उनकी पार्टी से सावधान रहने की सलाह दी गई.
पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मीटिंग में तेजस्वी यादव की प्रस्तावित कार्यकर्ता यात्रा के बारे में जानकारी दी गई. साथ ही यह भी बताया गया कि इस यात्रा की सफलता के लिए पार्टी के सांगठनिक विस्तार और पार्टी की रणनीति के बारे में हर नेता, कार्यकर्ता जी-जान से मेहनत करे. साथ ही एक और भी मुद्दा था, जो सभी मुद्दों पर भारी रहा. मीटिंग में जन सुराज के संरक्षक प्रशांत किशोर के मुद्दे पर भी चर्चा हुई.
सतर्क रहने की सलाह
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मीटिंग में प्रशांत किशोर के जन सुराज से सतर्क रहने की सलाह दी गई है. नेताओं से यह कहा गया है कि प्रशांत किशोर पार्टी के कार्यकर्ताओं को अपनी तरफ कर सकते हैं. इसलिए अपने कार्यकर्ताओं को इस संबंध में सतर्क रखें.
लगातार हमला कर रहे हैं पीके
अपनी पार्टी की लॉन्चिंग करने की बात कह चुके प्रशांत किशोर अपने बयानों से लगातार राष्ट्रीय जनता दल और तेजस्वी यादव को निशाने पर ले रहे हैं. तेजस्वी यादव को लेकर उन्होंने कई बयान भी दिए हैं. कभी राजद के बड़े नेताओं में शुमार रहे और देवगौड़ा सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे देवेंद्र प्रसाद यादव, राजद के एमएलसी रहे रामबली चंद्रवंशी जन सुराज में शामिल हो चुके हैं.
लेटर भी हुआ था वायरल
राज्य के राजनीतिक गलियारों में एक लेटर भी वायरल हुआ था. इसमें राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की तरफ से यह सलाह दी गई थी कि प्रशांत किशोर की पार्टी से सतर्क रहें. हालांकि यह लेटर कब और कैसे वायरल हुआ, इस बारे में कहीं से भी स्पष्ट सूचना नहीं मिली थी.
राजद के वोटबैंक पर पीके की नजर
प्रशांत किशोर अपने हालिया बयानों में राजद और नेता प्रतिपक्ष पर निशाना साधते दिखे हैं. उन्होंने बिहार के विकास को लेकर कई बार राजद शासनकाल को कठघरे में खड़ा किया है. एक और मिली जानकारी के अनुसार, प्रशांत किशोर ने रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में अपने उम्मीदवार को उतारने की बात कही है. रामगढ़ सीट से राजद के सुधाकर सिंह विधायक थे. वो राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे हैं. उनके एमपी चुने जाने के बाद इस सीट पर उपचुनाव होना है.