स्टेडियम में बैठकर रॉबिन मिंज ने नहीं देखा एक भी मैच, अब IPL में मचाएंगे धमाल
IPL Auction 2024: आईपीएल 2024 में झारखंड के झारखंड के तीन खिलाड़ी धमाल मचाते नजर आएंगे. इनके नाम कुमार कुशाग्र, सुशांत मिश्रा और रॉबिन मिंज हैं. आईपीएल 2024 की मिनी नीलामी में आईपीएल की फ्रेंचाइजी ने उनपर पैसों की बरसात कर दी है. आधुनिक युग के धोनी कहे जाने वाले कुमार कुशाग्र को दिल्ली कैपिटल्स ने 7.20 करोड़ रुपये में अपनी टीम में शामिल किया. वहीं, रॉबिन और सुशांत को गुजरात टाइटंस ने बड़ी बोली लगाकर खरीदा. रॉबिन को आईपीए नीलामी में 3.60 करोड़ रुपये और सुशांत को 2.20 करोड़ रुपये मिले. तीनों ही खिलाड़ी मंगलवार को ‘प्रभात खबर’ के ऑफिस पहुंचे और अपने अब तक के अनुभव साझा किए. तीनों आईपीएल 2024 में अपना जलवा बिखेरने के लिए बेताब हैं.
पिता की प्रेरणा से क्रिकेटर बने कुमार कुशाग्र
कुमार कुशाग्र अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को देते हैं. उनके पिता, माता और दो बहनों ने उनके यहां तक पहुंचने के सफर में उनकी काफी मदद की है. उन्होंने कहा कि उनके पिता क्रिकेट से जुड़ी किताबें पढ़कर उनको टिप्स दिया करते थे. उनको काफी छोटी उम्र से ही ट्रेनिंग कैंप ले जाते थे और उनका पूरा समर्थन करते थे. मेरे पिता ही मेरे रोल मॉडल रहे हैं. स्कूल से पहले वे मुझे ट्रेनिंग कैप में ले जाते थे. मेरी बहनों ने भी मेरा भरपूर साथ दिया. कुशाग्र को आज के दौर का एमएस धोनी कहा जाता है. धोनी से तुलना पर इस युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा कि धोनी सर आज जहां हैं वहां तक पहुंचना काफी मुश्किल है. मैं अपने प्रदर्शन से झारखंड का पहला कुमार कुशाग्र बनना चाहता हूं. मुझे अपने स्किल पर काफ भरोसा है. कुशाग्र ने कहा कि वह आगे चलकर टीम इंडिया की कप्तानी करना चाहते हैं और अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को वर्ल्ड कप जीताना चाहते हैं.
तेज गेंदबाजी सनसनी बनना चाहते हैं सुशांत मिश्रा
सुशांत मिश्रा को तेज गेंदबाजी सनसनी बनना है. प्रभात खबर डॉट कॉम से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह भारत के स्टार गेंदबाज मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह को बचपन से देखते आए हैं. ये लोग ही उनकी प्रेरणा हैं. सबसे पहले उन्हें जहीर खान ने प्रभावित किया था. सुशांत अब तक 140 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार को पार कर चुके हैं. उनको और अधिक रफ्तार हासिल करनी है. कहा जाए तो उन्हें तेज गेंदबाजी सनसनी बनना है. सुशांत ने बताया कि 2011 वर्ल्ड कप जीतने के बाद मेरा क्रिकेट के प्रति रुझान हुआ. अब मेरा सपना है कि मुझे इंडिया के लिए क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतना है. आईपीएल में खेलना सपना था जो अब पूरा होने वाला है.
शिद्दत से करें तो सबकुछ मिल सकता है : रॉबिन मिंज
झारखंड के पहले आदिवासी क्रिकेटर रॉबिन मिंज गुमला जिले से आते हैं. यह जिला खासकर हॉकी और फुटबॉल के लिए जाना जाता है. लेकिन रॉबिन एक शानदार क्रिकेटर बने. इस सवाल पर रॉबिन ने कहा कि उन्हें कुछ अलग हटकर करना था. उन्हें क्रिकेट में मजा आता था तो उन्होंने इसे हर परिस्थिति में खेलना जारी रखा. बचपन में जब मैं बड़े-बड़े छक्के लगाता था तो मेरे सीनियर मेरे पापा को बोलते थे कि यह लड़का आगे खेलेगा. फिर पापा ने एकेडमी में भेजा और ट्रेनिंग दिलाई. पहले आदवासी के रूप में इस जगह तक पहुंचने पर काफी गर्व महसूस हो रहा है. मैं अपने समाज को यही संदेश देना चाहता हूं कि जो भी काम करो पूरे दिल से करो, तभी सफलता मिलेगी. बिना डरे करो. रॉबिन ने एक मजेदार बात भी बताई. उन्होंने कहा कि वह स्टेडियम जाकर मैच देखना चाहते थे, लेकिन पैसे की दिक्कत की वजह से पापा ने मना कर दिया था. उसके बाद सोचा कि अब स्टेडियम में मैच नहीं देखना, वहां जाकर खेलना है.